सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सामाजिक अधिकारिता शिविर का आयोजन
आईआरएफसी के सीएसआर योजनान्तर्गत 666 दिव्यांगजनों को वितरित किये उपकरण --- उपकरणों की सहायता से दिव्यांगजनों का जीवन होगा सुगम: जिला कलक्टर
भरतपुर 23 अक्टूबर। जिला प्रशासन भरतपुर के सहयोग से सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय दिव्यांजन सशक्तिकरण विभाग भारत सरकार द्वारा बुधवार को यूआईटी ऑडिटोरियम में सामाजिक अधिकारिता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें एडिप योजना एवं इंडियन रेलवे फाईनेंस कॉरपोरेशर के सीएसआर दायित्व के अन्तर्गत दिव्यांजन हेतु एलिम्को द्वारा निःशुल्क सहायक उपकरण वितरित किये गये।
मुख्य अतिथि जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने चयनित दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान किये। इस दौरान उपस्थित दिव्यांगजनों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक अनुपम पहल है जिसके माध्यम से 666 चयनित दिव्यांगजनों के जीवन के दैनिक कार्यों को सुगम बनाने के उद्देश्य से आधुनिक व सहायक उपकरणों का वितरण किया जा रहा है। इन उपकरणों की सहायता से दिव्यांगजनों को काफी सहायता प्राप्त होगी जिससे उनका जीवन आसान होगा एवं वे मुख्य धारा से पुनः जुड़ सकेंगे व अपने कार्यों के लिए अन्य लोगों पर उनकी निर्भरता कम होगी। उन्होंने सम्बंधित संस्था से प्रदान किये जाने वाले उपकरणों एवं उनसे प्राप्त होने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर दिव्यांगजनों को उपकरणों के उपयोग की प्रक्रिया समझाने के निर्देश दिए। उन्होंने एलिम्को के अधिकारी को निर्देशित किया कि उपकरण वितरण का कारण सुगमता व पारदर्शिता के साथ करायें जिससे दिव्यांगजनों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने सम्बंधित संस्थान व विभागों के अधिकारियों को दिव्यांगजन के जीवन को और अधिक सुगम बनाने की दिशा में कार्य करने हेतु निर्देशित किया। मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल में हाथ से चलाने की सुविधा उपलब्ध कराये जाने जैसे आवश्यक सुझाव प्रदान किये। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलैक्ट्रिक व्हीलचेयर के रास्ते में चार्जिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये जिससे लाभार्थी को गन्तव्य स्थल तक पहुंचने में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पडे।
एलिम्को के ललित कुमार ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से एलिम्को द्वारा आईआरएफसी के सीएसआर योजना के अन्तर्गत भरतपुर जिले में प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर 2 सितम्बर से 10 सितम्बर तक दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण उपलब्ध करवाने हेतु चिन्हिकरण शिविर का आयोजन किया गया था जिनमें 666 दिव्यांगजनों को चिन्हित व पंजीकृत किया गया। उन्होंने बताया कि उपखण्ड सेवर से 60, रूपवास से 101, नदबई से 158, भुसावर से 116, वैर से 56, बयाना से 85 एवं उच्चैन से 90 दिव्यांगजनों को पंजीकृत किया गया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान टोकन वितरण व क्यूआर स्कैनिंग के बाद पंजीकृत दिव्यांगजनों को जॉयस्टिक व्हीलचेयर-1, क्रचेज-232, वॉकिंग स्टिक-265, रोलेटर्स-8, व्हीलचेयर-91, ट्राईसाईकिल-398, सीपी चेयर-13, टीएलएम किट-6, सुगम्य केन-7, एडीएल किट-1 एवं मोटराईज्ड ट्राईसाईकिल-63 सहित कुल 1085 उपकरण वितरित किये गये जिनकी कीमत 80.76 लाख रूपये है।
इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनुतोष गुप्ता ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए दिव्यांगजनों को विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं व निःशुल्क सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर शहर राहुल कुमार सैनी, संयुक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मनोज कुमार, उपप्रबंधक सीएसआर मृणाल कुमार सहित सम्बंधित अधिकारीगण व दिव्यांगजन उपस्थित रहे।
- कोशलेन्द्र दत्तात्रेय