भामस ने पर्यावरण प्रदूषण रोकने हेतु सौंपा सुझाव पत्र

भीलवाडा- (राजकुमार गोयल) भारतीय मजदूर संघ भीलवाडा ने रंजनी शक्तावत जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में पर्यावरण बचाने हेतु अखिल भारतीय कार्यसमिति के निर्देशानुसार जिला कलेक्टर महोदय के नाम पर सुझाव पत्र सौंपा। भारतीय मजदूर संघ के जिलामंत्री हरीश कुमार सुवालका ने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण की समस्त भारत ही नहीं पूरे विश्व में एक गंभीर समस्या बनी हुई है। प्रदूषण के कारण मनुष्य को कई प्रकार की समस्याओं से जुझना पड़ रहा है, वर्तमान में पेड़ों की कटाई काफी बढ़ गई है, इस कारण तापमान पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बढ़ गया है, इसी प्रकार जल संरक्षण नहीं होने के कारण भूगर्भिय जल स्तर नीचे जाने लगा है, इससे कई स्थानों पर पानी की समस्या बढ़ने लगी है।
इस हेतु भारतीय मजदूर संघ भीलवाड़ा की ओर से निम्न सुझाव हेतु पत्र दिया गया जिसमें - (1) वायु प्रदूषण दर्शाने वाले इलेक्ट्रीक बोर्ड लगाये जाये, (2) नदी नालों के पानी को प्रदूषित होने से बचायें जावें, (3) अनावश्यक पेड़ों की कटाई पर रोक लगाई जावें, (4) वृक्षारोपण व रख-रखाव हेतु विशेष ध्यान रखा जावें, (5) सिंगल यूज प्लास्टिक से बने सामानों पर तुरन्त रोक लगाई जावें, (6) जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देते हुये सभी सरकारी एवं निजी क्षैत्रांे के कार्यालयों में रूफ-टोफ पर वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से वर्षा के जल को एकत्रित किया जावें, (7) शहरों से निकलने वाले कचरों का प्रबन्धन नियमानुसार उचित व्यवस्था की जावें, (8) ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर कड़ी कार्यवाही की जावें, (9) ध्वनि प्रदूषण से स्वास्थ्य पर कई प्रकार की समस्याऐं आ रही है, इसके रोकथाम हेतु विशेष रूप से ध्यान दिया जावें, (10) आबादी के आस-पास के क्षैत्रों में प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों व ईट भट्टों, गिट्टी, क्रेशरों की जांच की जावें तथा उन्हें पाबंद किया जावें, (11) भीलवाड़ा के पास जिन्दल शॉ लिमिटेड द्वारा खनन किया जा रहा है, उससे निकलने वाले मलबे या मिट्टी को डालने हेतु पाबंद किया जावें तथा आस-पास की गोचर भूमि में नष्ट हुये पेड़ों की जगह पर नये पेड़ लगाने तथा रख-रखाव हेतु पाबंद किया जावें, (12) गोचर भूमि/नदी में हो रहे अवैध खनन को रोका जावें, (13) पुराने तालाब-बावड़िया को समाप्त किया जा रहा है, उन पर तुरन्त रोक लगाई जावें आदि पर भामस के प्रदेश विधिक सलाहकार प्रभाष चौधरी ने अपने विचार रखें। इस दौरान कमलेश हाड़ा, माया प्रजापत, अणछी, सीता सोनी, राजेश चतुर्वेदी, शंकर नायक, फिरोज पठान, देवेन्द्र वैष्णव, दिनेश माली, गीता राम, हरफूल, गोविन्द शर्मा, राकेश त्रिपाठी, कैलाश वैष्णव, भंवर सिंह, संजय वैष्णव, रोशन रेगर, योगेश विश्नोई, बलवीर, गोपाल, राजेश जीनगर आदि उपस्थित थे।






