खनन बन्द ना होने पर 10 अप्रेल के बाद प्राणान्त तक आमरण अनशन व महापड़ाव की दी चेतावनी
धरने के 69वे दिन धरनार्थियों ने जयपुर में निकाला जनचेतना मार्च

ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/पदम जैन) ब्रज के पर्वत आदिबद्री व कनकाचल पर हो रहे विनाशकारी खनन के विरुद्ध चल रहे धरने के 69 वे दिन जयपुर में सैकड़ों ब्रजवासियों व जयपुर वासियों ने जन चेतना मार्च निकालकर आदिबद्री व कनकाचल पर्वत पर हो रहे खनन को अविलंब बंद करने की मांग की । जन चेतना मार्च में ब्रज के साधु संत ग्रामवासी कई विशिष्ट गणमान्य सदस्य पर्यावरणविद व जयपुर के वैष्णव जन कृष्ण भक्त सम्मिलित हुए और सभी ने ब्रज के लोकगीतों व कीर्तन के माध्यम से शहीद स्मारक से चलकर सिविल लाइन फाटक तक बहुत लंबी कतार में सरकार को ब्रज की पौराणिक संपदा व पर्वतों के रक्षा का संदेश दिया व जनचेतना मार्च में सम्मिलित ब्रज की साध्वियों ने ब्रज के पारम्परिक गीतों व कीर्तन पर नृत्य आराधना करते हुए सरकार को ब्रज की संस्कृति की महत्ता एवं अनुपमता के बारे में अवगत कराने का प्रयास किया । संपूर्ण जन चेतना यात्रा में ब्रज की संस्कृति के विभिन्न रंग व ब्रज की परंपरा की अद्भुत छटा देखने को मिली । सभी धरनार्थी साधु-संतों व जयपुरवासी ब्रज के लोक गीतों पर थिरकते हुए इस जनचेतना मार्च में चले और सरकार के साथ-साथ आम जनमानस को ब्रज में हो रहे विनाश के बारे में जागरूक किया व साथ ही संदेश दिया कि अगर ब्रज के पर्वतों एवं ब्रज की परंपरा से जुड़े इन अति महत्वपूर्ण चिन्हों का विनाश नहीं रोका गया तो यह पूरे लोकतंत्र के साथ धोखा होगा एवं सरकार की छवि को बहुत बड़ी क्षति होगी । पदयात्रा में सम्मिलित छोटे-छोटे गुरुकुल के बच्चों ने व बाल साध्वीयो ने मुख्यमंत्री से पद गाकर अपील की कि वह व्रज के पर्वतों की रक्षा करें । बाल साध्वी दया ने कहा कि प्रशासन में बैठे कुछ स्वार्थी अधिकारियों की मिलीभगत व गलत सूचना के कारण इन पर्वतों को जो कि संपूर्ण भारत के लिए अति पूजनीय है खनन कर तोड़ा जा रहा है । मानमंदिर के राधाकांत शास्त्री व समिति के राष्ट्रीय सलाहकार चन्द्रशेखर खूंटेटा ने कहा कि साधु-संतों ने इस जनचेतना मार्च के माध्यम से सरकार के नेतृत्व पर विश्वास रखते हुए कहा कि हम मुख्यमंत्री के पास हमारे ब्रज की अस्मिता व ब्रज के अस्तित्व के मूलभूत आधार इन पर्वतों के रक्षण की प्रार्थना लेकर आए हैं वह हमें विश्वास है कि मुख्यमंत्री इस पर त्वरित कार्रवाई करेंगे अगर ऐसा नहीं होता है तो बड़ी संख्या में 10 अप्रैल के बाद साधु संत ब्रज के इन पर्वतों की रक्षा के लिए आमरण अनशन पर बैठ कर अपने प्राणों तक को न्यौछावर करने से पीछे नही हटेंगे ।
संरक्षण समिति के संरक्षक व पूर्व विधायक गोपी गुर्जर ने सरकार को स्पष्ट संदेश दिया कि वह अंतिम बार बड़ी आशा से सरकार के समक्ष अपनी मांग रखने आए इसके बाद भी अगर ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो 10 अप्रैल के बाद ब्रज का संपूर्ण साधु समाज व देशभर से ब्रज से जुड़े असंख्य लोग अनिश्चितकालीन महापड़ाव करने के लिए विवश होंगे । इसजन चेतना यात्रा में जयपुर के कई संगठनों ने सम्मिलित होकर इस आंदोलन में संपूर्ण रुप से सम्मिलित योगदान देने का संकल्प लिया इसमें प्रमुख रूप से जयपुर में सेवारत परमार्थ सेवा समिति के अध्यक्ष आरके अग्रवाल अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बच्चों सिंह बैंसला व महासभा के प्रदेश के पदाधिकारी महेश्वरी समाज के कई गणमान्य लोग वैष्णव संगठनों के कई प्रबुद्ध लोग व पर्यावरण से जुड़े कई पर्यावरणविद सम्मिलित रहे जिसमें प्रख्यात पर्यावरणविद एसएन सिंह, वैष्णव सेवा संघ के संयोजक सत्यनारायण, हरि कीर्तन मंडल के संयोजक ताराचंद वर्मा, समाजसेवी डॉ एस एन सिंह, समाजसेवी राकेश गोयल, प्रख्यात कथा वाचक घनश्याम दास, आदि उपस्थित रहे इधर कांग्रेस पार्टी के भी कई प्रमुख नेता गण ने जन चेतना में भाग लिया। प्रदर्शनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री कार्यालय में जाकर मुख्यमंत्री की विशिष्ट सचिव आरती डोगरा से मिलकर उन को ज्ञापन सौंपा व उनकी मांग पर अभिलंब कार्रवाई करने की बात कही साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया कि अगर 10 अप्रैल तक कार्रवाई नहीं होती है तो इसके बाद यहां आंदोलन उनके नियंत्रण से बाहर होकर एक बहुत बड़ा स्वरूप ले लेगा ।






