नगर पालिका टूटे हुए जाल बदलवाने में नहीं ले रही रुचि
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) शहर के अंदर गंदे पानी की निकासी के लिए बने नाले में नालियों के ऊपर वाहनों की सुगम आवाज जाई के लिए लोहे के जाल लगाए हुए हैं। यह लोहे के जाल कुछ तो जंग लगने से खराब हो गए और कुछ भारी वाहनो के दबाव से टूटकर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। नाले में नालियां चोड़ी है। इसलिए जाल टूट जाने से दो पहिया वाहन साइकिलों के पहिए फस जाते हैं । जब यहां इन नाले नालियों के ऊपर से निकलता है तो नाली में गिरने का खतरा बना रहता है । ऐसे में न केवल वाहनों की टूटने का डर रहता है बल्कि वहां पर पीछे बैठे व्यक्ति के गिरने का भी डर रहता है। मेंन बाजार में जाने वाले रास्ते खंडेलवाल धर्मशाला के पास लगे जाल पर गत तीन माह से लगातार घटनाएं घट रही है ।नगर पालिका प्रशासन इन जालो को चिन्हित करके बदलवाने में रूचि नहीं दिखा रहा है। शहर के खंडेलवाल धर्मशाला की ओर जाने वाले रास्ते पर एक नाली के पटाव पर जाल पूरी तरह अंदर की ओर धस कर क्षतिग्रस्त होगया है। दो पहिया वाहन तो अगल-बगल की जगह ऊपर से निकल जाते हैं लेकिन चार पहिया वाहन टूटे हुए जाल में फस जाने से वहीं धरे रह जाते हैं। किराना व्यापार संघ अध्यक्ष अशोक गाबा सहितआसपास के दुकानदारो ने इस जाल की कई मर्तबा शिकायत नगर पालिका प्रशासन से करने के बावजूद भी जाल पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोगों का कहना है कि क्या नगर पालिका प्रशासन को कोई बड़ी दुर्घटना होने का इंतजार है। जबकि पूर्व में कई बार मोटरसाइकिल पानी के टैंकर सब्जी की ठेलियां इस जाल में दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है। नगर पालिका जेईएन श्याम सुंदर पांडे से वार्ता होने पर बताया कि शीघ्र ही चुनाव संपन्न होने के बाद नालो पर लगे जालो पर ध्यान दिया जाएगा।
- कमलेश जैन