झड़ाया नगर की ढाणी भुराला में कलश यात्रा के बाद चार गुरु पूर्वज की संतों की सानिध्य में चरण पादुका की हुई स्थापना
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव)
झड़ाया नगर की ढाणी भुराला में गुरुवार को चरण पादुक महोत्सव का आयोजन किया गया। इससे पहले सुबह कलश यात्रा मे कलश लेकर महिलाएं एकत्रित हुई। कलशों की पूजा अर्चना के बाद डीजे के साथ संतों के सानिध्य में कलश यात्रा को रवाना किया। हीरामल मंदिर से चलकर ढाणी के मुख्य मार्गो होती हुई नाचती गाती महिलाए कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। रास्ते में ग्रामीणों ने जगह-जगह स्वागत किया। उसके बाद आचार्य प्रवर ओमप्रकाश महाराज दास महाराज नरेना,बलदेवाचार्य महाराज धाम कालाकोटा व धनावता की महाराज सावताराम सहित संतों के सानिध्य में ढाणी भूराला में संत लाल दास महाराज,सत रामदेव दास व उनकी परंपरा में चार गुरु पूर्वज की चरण पादुका की वेद मंत्रोच्चारण द्वारा स्थापना की गई।
समाजसेवी व यज्ञ प्रेमी मदनलाल भावरिया ने बताया कि धर्म की जड़ सदा हरी रहती है। धार्मिक कार्यक्रम में लोगों को आगे आकर सहयोग करना चाहिए। चरण पादुका की स्थापना के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें दूर दराज व आसपास के श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। दिन भर चले भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर मंगलदास महाराज के सानिध्य में संतो को विदाई दी गई। इस दौरान बालू राम, नारायणी, मदनलाल, महादूराम, बनारसी, भगवान राम, मनकोर, विजेंद्र, हेमराज ,शंकर लाल, पप्पू राम ,भागूराम,बालु राम, हेमराज, सचिन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।