रैणी क्षेत्र से पकड़े बाघ को सरिस्का के करनाकाबास एनक्लोजर में सुरक्षित छोडा
राजगढ़ (अलवर/ अनिल गुप्ता) सरिस्का का युवा बाघ एसटी-2402 को सुरक्षित एनक्लोजर में छोड़ कर वन कर्मियों सहित संबंधित अधिकारियों ने चैन की सांस ली। गौरतलब रहे कि सरिस्का बाघ परियोजना के दो वर्षीय नर बाघ एसटी-2402 ने अपनी नई टेरीटरी बनाने के दौरान सरिस्का के रेंज अकबरपुर से बाहर निकलकर दौसा जिले के महुखुर्द क्षेत्र में कदम रखा। यह घटना 1 जनवरी 2025 को सामने आई, जिसके बाद वन विभाग ने बाघ की ट्रैकिंग शुरू की।
2 जनवरी शुक्रवार को बाघ अलवर जिले के रैणी क्षेत्र स्थित करणपुरा गांव में देखा गया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आज सुबह बाघ को ट्रेंकुलाइज किया गया। बाघ को सरिस्का के करनाकाबास एनक्लोजर में सफलतापूर्वक छोड़ा गया।