रैणी क्षेत्र के चिल्का बास में स्थित रसोई में बैठे बाघ को ट्रैक्यूंलाईज किया पिंजरे में कैद
राजगढ़ (अलवर/अनिल गुप्ता ) टाईगर ST-2402 को किया ट्रेकुलाईज, सरिस्का के आला-अधिकारी मौजूद, डीएफओ अभिमन्यु सहारण ने बताया कि उनके पास सूचना आई थी की रैणी क्षेत्र के चिल्का बास में स्थित रसोई में टाइगर बैठा हुआ है। जिनका घर था वो सुबह से घर मे दुबके बैठे हुए थे। सूचना पर टीम मौके पर पहुची। हमने इसके दवाई लगाई गई। इसके बाद आगे की कार्यवाही कर रहे है। लोगो मे दहशत थी। उन्हें लगा की ग्रामीण आगये है। इस बाघ को अभी परमिशन के लिए पूछ रहे है। अभी इसको सरिस्का लेकर जायेगे। कोशिश करेंगे सरिस्का में छोड़े।
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रैणी में मिले टाइगर st-2402 को ट्रेंकुलाइज कर राजगढ़-माचाडी सड़क मार्ग के मध्य स्थित लवकुश वाटिका लाये। जहां सरिस्का व रणथंभोर की टीम की मौजदूगी में कॉलर लगाया गया। डीएफओ अभिमन्यु सहारण ने बताया कि तीन दिन पहले हमे सूचना मिली थी कि टाइगर तीन दिन पहले दौसा पहुंच गया है। लेकिन उसे ट्रेंकुलाइज नही कर पाए। सरसो के खेतों में फसल बढ़ी होने के कारण बाघ नही मिल पाया। आज सुबह हमे सूचना मिली कि किसी के खेत मे रसोई में बैठा हुआ था। सूचना पर मौके पर पहुँचे। ट्रेंकुलाइज स्पेशलिस्ट व रणथंभौर की टीम ने मौके पर पहुंच एक घण्टे में सफल अंजम दिया। उन्हें आदेश मिला है कि सरिस्का में एनक्लोजर में ऑब्जर्वेशन में रखेंगे। बाघ के कॉलर लगा दिया है।