दौसा: हादसों को न्योता, रोडवेज में सफर करना जान जोखिम में डालने जैसा है. जिम्मेदार मस्त मगन..?
नियम ताक पर, बसों में क्षमता से अधिक यात्री बैठा रहे, नियम कायदा ताक पर, जिम्मेदार अधिकारी घटना की फ़िराक पर..?

बीजेपी राजस्थान सरकार के शासन में लग रहा यात्रियों के साथ हादसों को न्योता,
दौसा (रितीक शर्मा।) बीजेपी राजस्थान सरकार के शासन में लग रहा यात्रियों के साथ हादसों को न्योता, लोग सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि दौसा रोडवेज के हालात कब सुधरेंगे? क्या छात्रों और बुजुर्गों को इसी तरह बसों के दरवाजे के बाहर लटक सफर करना पड़ेगा? राजस्थान रोडवेज दौसा डिपो बस में सफर करना जान जोखिम में डालने जैसा है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि आए दिन ग्रामीण प्रवेश गांव ढाणियों के छात्र एवं छात्राएं और बुजुर्ग महिला पुरुष अपनी जान खतरे में डालकर दौसा रोडवेज बस में सफर तय करने को मजबूर हैं.बस में क्षमता से ज्यादा यात्री जिसमें 35 सीटर बस में 70 से अभाव यात्रियों को ठूस ठूस कर लांदा जा रहा है। यह मामला आए दिन दौसा से गोलाकाबास (अलवर) की 30 किलोमीटर दूरी में देखने को मिल रहा, ऐसा ही एक और वीडियो ग्राउंड ज़ीरो से लिया गया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें दौसा से अलवर जिले के गोलाकाबास के लिए बुधवार सायं 6:15 बजे दौसा से रवाना होने वाली बस RJ 01 PA 3058 में बुजुर्ज और छात्र दरवाजे से बाहर लटक सफर कर रहे है हर रोज बड़ी घटना होने से टल रही लेकिन रोडवेज बस के रखवाले मस्त मगन, यह मामला हर एक दिन सुबह से सायं तक देखा जा रहा है साथ ही दौसा डिपो के जिम्मेदार अधिकारियों तक भी पहुंचाया गया लेकिन सवाल यह उठते है क्या जिम्मेदार अधिकारी घटना की फ़िराक में है...? जो मौन साधे बैठे है।
- भेड़-बकरियों की तरह बस के दरवाजे से लटक कर सफर करते दिखे लोग, वीडियो वायरल: मीडिया
रोडवेज बस में क्षमता से अधिक यात्री ले जाना परिवहन नियमों का उल्लंघन है माना गया है लेकिन रखवालो पर कोई असर नहीं देखा जा रहा, बस का विवादित वीडियो कई बार सामने आ चुका है।
वहीं एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जिसमें लोग बस के दरवाजे से लटक कर सफर करते नजर आ रहे हैं। इस मामले को परिवहन विभाग और राजस्थान रोडवेज जिम्मेदार अधिकारी गंभीरता से नहीं लेता नजर आ रहा है। दौसा डिपो सीएम. और पीएम. को अवगत करा दिया गया, लेकिन चुप्पी साधे बैठे है।
- 35 सीटर बस में 70 से अभाव यात्री, जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही।
यात्रियों के बैठने की क्षमता से दो गुना अधिक यात्री सवार नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि केपीसीटी से ज्यादा यात्री बस के अंदर सफर कर रहे हैं, जिससे अन्य यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर बस के दरवाजे पर लटक कर यात्रा करने को मजबूर हैं।
बस कंडक्टरों को इस मामले को बहुत गंभीरता से लेने की जरूरत है, लेकिन यह आश्चर्य की बात नहीं है कि कई बार यात्रियों की लापरवाही के कारण उनकी जान चली जाती है।






