गुर्जर आरक्षण को लेकर महापंचायत की तैयारी तेज, 8 जून को पीलूपुरा में जुटेगी भीड़

बयाना (गिर्राज सौलंकी) एमबीसी (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) से जुड़े लंबित मुद्दों को लेकर 8 जून को बयाना क्षेत्र के हिंडौन स्टेट हाईवे स्थित कारबारी-पीलूपुरा में प्रस्तावित गुर्जर महापंचायत की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं। महापंचायत को सफल बनाने के लिए गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने गांव-ढाणियों में जनसंपर्क शुरू कर दिया है।
समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष भूरा भगत के नेतृत्व में पदाधिकारी और सदस्य गांव-गांव जाकर नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से लोगों को आमंत्रित कर रहे हैं। उन्होंने कारबारी, समोगर, बोरियापुरा, धुरेरी, जरुवर, मुआवली, सराय भम्बू और डुमरिया जैसे गांवों में जनजागरण अभियान चलाया और पीले चावल बांटकर लोगों से महापंचायत में भाग लेने की अपील की।
महापंचायत में भागीदारी के लिए समोगर क्षेत्र के 12 गांवों ने पेयजल व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली है। गांववासियों ने महापंचायत में आने और संघर्ष में सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया है।
भूरा भगत ने बताया कि इस महापंचायत में कई अहम मुद्दों पर निर्णय लिए जाएंगे, जिनमें मुख्य रूप से –
- एमबीसी आरक्षण को नवीं अनुसूची में शामिल कराना
- राज्य स्तर पर रोस्टर प्रणाली का क्रियान्वयन
- बैकलॉग पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कराना
- आंदोलन के दौरान दर्ज लंबित मुकदमों का निस्तारण
- देवनारायण योजना की नियमित समीक्षा
- आंदोलन में शहीद हुए लोगों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति
- सभी लंबित नियुक्तियों को पूर्ण कराना शामिल हैं।
गुर्जर नेता दीवान शेरगढ़ ने कहा कि राज्य सरकार एमबीसी वर्ग की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। सरकार का ध्यान आकर्षित करने और भविष्य की रणनीति तय करने के लिए यह महापंचायत अत्यंत आवश्यक हो गई है। उन्होंने बताया कि समाज के लोगों में सरकार के प्रति भारी असंतोष है। महापंचायत में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है और यह आंदोलन को नई दिशा देने वाला आयोजन साबित हो सकता है।






