भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़, सैकड़ो लोगो की मौत, 150 से अधिक घायल की सूचना
हाथरस भगदड़: सीएम योगी ने दो मंत्रियों समेत DGP और चीफ सेक्रेटरी को घटनास्थल भेजा, एडीजी-कमिश्नर को जांच
उत्तरप्रदेश के हाथरस (Hathras) में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ है। हाथरस में भोले बाबा सत्संग के दौरान भगदड़ में अबतक 100 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि कई हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए है।घायलों को अलीगढ़ , हाथरस , एटा में घायलों को भर्ती कराया गया है। फुलरई गांव में हुए सत्संग के दौरान हजारों लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान अचानक भगदड़ मच गई और सत्संग में चीख पुकार होने लगी। हादसे में घायल हुए लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है, कई गंभीर रूप से घायल लोगोे को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
बता दें कि मंगलवार (2 जुलाई) को हाथरस स्थित रतिभानपुर में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें सैकड़ो लोगों की जान चली गई. इसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं. हादसे के बाद हड़कंप मच गया. 150 से अधिक घायल हैं। हालात बेहद भयावह हो गए. जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टेंपो में लादकर अस्पताल ले जाया गया. सूचना मिलते ही डीएम और एसपी दल-बाल के साथ मौके पर पहुंच गए. जब शव एटा के अस्पताल पहुंचना शुरू हुए तो गिनती थमने का नाम नहीं ले रही थी. अस्पताल में लाशों के ढेर लग गए.
डीएम हाथरस आशीष पटेल ने कहा कि अत्यधिक उमस के कारण ये हादसा हुआ है। सभी घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है।. डॉक्टरों के अनुसार 50-60 के आसपास लोगों की मौत हुई है।. इसमें बाकि व्यवस्था उनके ही द्वारा की जानी थी। एक उच्च स्तरीय जांच कमिटी गठित की गई है। कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति SDM ने दी थी और यह एक निजी आयोजन था… मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है… प्रशासन की प्राथमिकता घायलों और मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद मुहैया कराना है…
- एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ करेंगे मामले की जांच
शासन ने सत्संग में हुई भगदड़ के मामले में एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की एक टीम जांच के लिए गठित की है। यह टीम हादसे के कारणों की जांच करेगी। एटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि कुल 27 शव पोस्टमार्टम के लिए लाए गए हैं, जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं।
- मुख्य सचिव और डीजीपी भी हाथरस रवाना
हाथरस में हुई भगदड़ के बाद बिगड़ी स्थिति को संभालने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार सिंह भी हाथरस रवाना हो गए हैं। इसके अलावा मंत्री लक्ष्मी नारायण और मंत्री संदीप सिंह भी हाथरस जा रहे हैं।
हाथरस के पड़ोसी जिले एटा के एसएसपी का कहना है कि हाथरस के एक गांव में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई. एटा अस्पताल में अब तक 27 लोगों के शव पहुंच चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 व्यक्ति का शव शामिल है. फिलहाल, शवों की पहचान की जा रही है. शव आने का सिलसिला जारी है.
- सीएम योगी ने जताया दुख
सीएम योगी ने कहा कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
- राष्ट्रपति ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है। मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं।
- कांग्रेस अध्यक्ष ने घटना पर जताया दुख
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने अपने एक एक्स पोस्ट में कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है। हादसे के दृश्य अत्यंत हृदयविदारक हैं. शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।