जयपुर में नारायण सिंह सर्किल पर नहीं रुकेंगी बसें:दिल्ली-आगरा जाने वाले यात्रियों के लिए नया बस स्टैंड बनाया गया

जयपुर में 1 अप्रैल से नारायण सिंह सर्किल पर बसों का ठहराव पूरी तरह बंद हो जाएगा। दिल्ली और आगरा जाने वाले यात्री अब ट्रांसपोर्ट नगर स्थित झालाना बस डिपो से बस पकड़ सकेंगे। वहीं, प्राइवेट बसों का संचालन बजरी मंडी स्थित जेडीए पार्क से किया जाएगा। सिंधी कैंप बस स्टैंड के चीफ मैनेजर राकेश राय ने बताया कि सरकार के आदेश के अनुसार 1 अप्रैल से सभी सरकारी बसें नारायण सिंह सर्कल की जगह ट्रांसपोर्ट नगर स्थित झालाना बस डिपो से रवाना होंगी। इसके लिए रोडवेज ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हालांकि, झालाना बस डिपो के अंदर सिर्फ सरकारी बसों को ही प्रवेश मिलेगा। बजरी मंडी से रवाना होंगी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे की बसें दिल्ली जाने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसें अब बजरी मंडी से चलेंगी। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर जाने वाली 7 सुपर डीलक्स बसों का संचालन भी यहीं से किया जाएगा। सभी प्राइवेट बसें बजरी मंडी स्थित जेडीए पार्क से रवाना होंगी। राकेश राय ने बताया कि जेडीए की ओर से बजरी मंडी में स्थित पार्क को बस स्टैंड के रूप में विकसित किया जाएगा। इस स्थान पर यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाएं जेडीए द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी। नारायण सिंह सर्कल बना नो पार्किंग जोन आरटीओ प्रथम के अधिकारी राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया- 1 अप्रैल से नारायण सिंह सर्कल को नो पार्किंग जोन घोषित कर दिया गया है। यहां अब किसी भी बस का ठहराव प्रतिबंधित रहेगा। यदि कोई बस सवारी उतारती या चढ़ाती है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। आरटीओ ने पहले ही सभी परमिट धारकों को नोटिस जारी कर दिया है। अब बसों के परमिट में लाल निवास की जगह बजरी मंडी का अंकन किया जाएगा। इस बदलाव के लिए 30 मार्च को आरटीओ प्रथम कार्यालय में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक एक दिवसीय कैंप लगाया गया था। रोडवेज फैडरेशन का विरोध, नया बस स्टैंड बनाने की मांग राजस्थान रोडवेज फैडरेशन ने बसों के संचालन को ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट करने का विरोध किया है। फैडरेशन का कहना है कि इससे रोडवेज की आय प्रभावित होगी और यात्रियों को भी असुविधा होगी। फैडरेशन ने मांग की है कि ट्रांसपोर्ट नगर की बजाय स्मृति वन में नया बस स्टैंड बनाया जाए। फैडरेशन के महामंत्री सत्यनारायण शर्मा ने इस संबंध में मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। उन्होंने 2018 में लिए गए एक फैसले को लागू करने की अपील की है, जिसमें रोडवेज को स्मृति वन में 6,372 वर्ग मीटर जमीन देने की घोषणा की गई थी। फैडरेशन की आपत्ति और सुझाव फैडरेशन का कहना है कि फिलहाल दिल्ली और आगरा रूट की बसें नारायण सिंह सर्कल से चलती हैं, लेकिन अवैध निजी वाहनों की वजह से यहां ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। इस समस्या को हल करने के लिए सरकार रोडवेज बसों को ट्रांसपोर्ट नगर से चलाने की योजना बना रही है, लेकिन इससे रोडवेज के राजस्व पर असर पड़ेगा और यात्रियों को भी परेशानी होगी। फैडरेशन ने सरकार से मांग की है कि 2018 में हुए फैसले के अनुसार स्मृति वन की भूमि रोडवेज को दी जाए ताकि वहां नया बस स्टैंड बनाया जा सके और रोडवेज बसों का संचालन बिना किसी रुकावट के जारी रह सके।






