राजे की दो दिवसीय धार्मिक यात्रा व जन्मदिन पर भाजपा खेमे में धडेबंदी आई सामने
भरतपुर (राजस्थान/ भगवानदास) कामाँ नगरपालिका चुनावों में भाजपा की जीती बाजी हार मे बदलने के बाद कार्यकार्ताओ मे मायूसी तो कही खुशी दिखाई देने लगी। उसका मूल कारण भाजपा का पलडा भारी होने के बाद हार का मुॅह देखना पडा। उसके बाद कोई समीक्षा बैठक तक नही हो सकी। ताकि पता लग सके की गलती किस चैनल पर हुई। जिसको लेकर भाजपा कार्यकार्ताओ में धडेबंदी दिखाई देने लगी । जो अब भाजपा की राष्ट्रीयउपाध्यक्ष एंव पूर्व सीएम वंसुन्धरा राजे के जन्म दिन व धार्मिक यात्रा स्वागत समारोह की चल रही तैयारियो में झलक देखने को मिली।
सूत्रो की माने तो भाजपा के वर्तमान जिला अध्यक्ष दो दिन पूर्व तक इस कार्यक्रम को लेकर सक्रिय दिखाई नही दे रहे थे। जबकि पूर्व जिला अध्यक्ष के निर्देशन में नगर पूर्व विधायक ने भाजपा के चंद कार्यकर्ताओं से कामां में सम्पर्क साधने शुरू कर दिऐ थे। उस समय वर्तमान जिला अध्यक्ष व कामां का नेतृत्व सम्भाल रहे नेता कही दिखाई नही दिए।जो कार्यकर्ताओ का दिशा निर्देश देने में चुपी साधे बेठे रहे। तैयारियों को लेकर डीग में कद्दावर नेताओं ने बेठक लेकर राजे का जन्म दिन भव्य एवं एतिहासिक मानने का निर्णय लिया। जिसमे कुछ भाजपा छोडकर काग्रेस का दामन थामने वाले नेता ईर्द गिर्द देखे गए। जिन पर खनन माफियों से सांठगाठ, रंगदारी अवैध वसूली के आरोप प्रत्यारोप लगते रहे है। जो अब भाजपा के नेताओं का उपयोग लेने की फिराक में जोड तोड लगते फिर रहे है।इस घटनाक्रम को लेकर भाजपा मे अन्दरूनी कलह का असर दिखाई देने लगा है। यहॉ तक की कुछ कार्यकर्ता सम्मान को लेकर पद से इस्तीफा देने का विचार बना रहे है।