बजट इफेक्ट रोड स्वीकृति नहीं होने से लोगों को निराशा: दो जिले को जोड़ने वाले मिसिग रोड भीलवाड़ा में पक्की रोड़ तो, चितौडगढ में कच्चा रास्ता
चितौड़ के नेवरिया क्षेत्र के लोगों ने की पक्की सड़क बनाने की मांग
गुरलाँ (बद्रीलाल माली) गुरलाँ क्षेत्र के गुरलाँ से मांडलगढ रास्ते पर स्थित है जवासिया से जवासिया खेड़ा जो भीलवाड़ा सीमा तक पक्की सड़क है परन्तु आमली से पहुना वाले रास्ते पर नेवरिया ( चितौडगढ) से भीलवाड़ा सीमा को जोड़ने वाला रास्ता इतना खस्ता हालत है कि जो आदमी उस रास्ते से निकलता वह दूसरी बार निकलने के लिए सौ बार सोचता है
डबल इंजन की सरकार होने पर भी इस बजट में इस मिसिंग रोड की स्वीकृति नहीं होने से क्षैत्र के लोगों को बहुत निराशा हुई
बरसात में इन खड्डों में फिसलने और दुर्घटना होने की संभावना ज्यादा बनी रहतीं है
यह करीब तीन या चार किलोमीटर का रास्ते पर बहुत बडे़ खड्डे जो दुर्घटनाओं को आमन्त्रित करते हैं इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, या अधिकारी लोग दो जिले को जोड़ने वाले रास्ते के विकास की उपेक्षा की जा रहीं हैं पक्की सड़क बनने से नेवरिया, सियाणा, आमली अन्य कई क्षेत्रों के लोगों को आवागमन के लिए सुगम रास्ता होगा समय कम लगेगा व दूरी कम होगी
चितौडगढ क्षेत्र के लोगों की मांग है कि चितोडगढ जिले के नेवरिया से भीलवाड़ा जिले की सीमा जवासिया खेड़ा तक पक्की सड़क बना कर खड्डे मुक्त पक्की सड़क की स्वीकृति प्रदान करने के लिए विधायक व सांसद महोदय से मांग करते हैं
नेवरिया से पहुना रोड से गुरलाँ माण्डलगढ रोड की कनेक्टिविटी मिल जाएगी जिससे समय, आर्थिक बचत के साथ ही दुरी कम होगी