पुलिस, खनिज व वनविभाग ने चलाया अभियान, विस्फोटक व खनन माफियाओें में मचा हडकम्प, विस्फोटक सामग्री भी जब्त

यह कार्रवाही भरतपुर रेंज के आईजी लक्ष्मण गौड व पुलिस अधीक्षक हैदरअली जैदी के निर्देश पर की गई बताई। जिसे लेकर लोगो में खासी चर्चाऐं हैैं। कार्रवाही में थाना गढीबाजना व थाना रूदावल की पुलिस टीमों सहित क्यूआरटी टीम व खनिज एवं वनविभाग के कर्मचारी अधिकारी भी मौजूद रहे।

Jun 10, 2020 - 02:26
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पुलिस, खनिज व वनविभाग ने चलाया अभियान, विस्फोटक व खनन माफियाओें में मचा हडकम्प, विस्फोटक सामग्री भी जब्त

बयाना भरतपुर

बयाना 09 जून। पुलिस उपाधीक्षक खींवसिंह राठौर के नेतृत्व में सोमवार को थाना गढीबाजना व रूदावल क्षेत्र में खनिज व वनविभाग की ओर से विस्फोटक सामग्री व खनन माफियाओं के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर भारी मात्रा में अवैध खनन सामग्री व विस्फोटक सामग्री जब्त की। तीनों विभागों की संयुक्त कार्रवाही से अवैध कारोबार में लगे विस्फोटक सामग्री व खनन माफियाओं और उनके दलालों में खासा हडकम्प मच गया है।

यह कार्रवाही भरतपुर रेंज के आईजी लक्ष्मण गौड व पुलिस अधीक्षक हैदरअली जैदी के निर्देश पर की गई बताई। जिसे लेकर लोगांे में खासी चर्चाऐं हैैं। कार्रवाही में थाना गढीबाजना व थाना रूदावल की पुलिस टीमों सहित क्यूआरटी टीम व खनिज एवं वनविभाग के कर्मचारी अधिकारी भी मौजूद रहे। पुलिस उपाधीक्षक से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस कार्रवाही के दौरान रूदावल थाना क्षेत्र के गांव गुर्जर बलाई के क्रेशर जोन में संचालित जगदम्बा क्रेशर उधोग यूनिट से 75 किलो विस्फोटक सामग्री व 29 बंडल डेटोनेटर फ्यूज वायर जब्त किए है। इसके अलावा रूदावल व गढीबाजना क्षेत्र के गांव सामरी,डुमरया व चुरारी में खनन माफियाओं की ओर से संरक्षित वन्य जीव अभ्यारण्य क्षेत्र बंधबारैठा व वंशीपहाडपुर की पहाडियों में से अवैध रूप से निकाले गए सैंड स्टोन के बडे बडे करीब 200 शिलाखंडों को जब्त कर खनिज व वनविभाग के सुपुर्द किया है। इसके अलावा पुराबाईखेडा रोड पर भी अवैध खनन के पत्थर से भरी दो ट्रैक्टर ट्राॅलीयों को भी जब्त किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि गढीबाजना व रूदावल एवं वंशी पहाडपुर क्षेत्र में सक्रिय खनिज माफियाओं के गिरोह सुप्रीम कोर्ट की पाबंदी के बावजूद वहां की संरक्षित वन्यजीव अभ्यारण्य क्षेत्र के पहाडियों में खुलेआम इमारती पत्थर का अवैध खनन कर रोजाना एनजीटी व सुप्रीमकोर्ट के आदेशों की धज्जियां उडाते हुए पर्यावरण को नुकसान व सरकार को करोडों रूपए रोज का नुकसान पहुंचा रहे है। जानकारों की माने तो इस इलाके में पत्थर के अवैध खनन व उसके परिवहन कार्य में करीब 400 टैªक्टर ट्राॅली व ट्रक एवं सैंकडों की संख्या में हाइड्रा व पोकलेन एवं जेसीबी मशीनें, कम्प्रेशर मशीनें आदि वाहन लगे हुए है। अगर सरकार इस इलाके का सर्वे करवाकर यहां प्र्यावरण नियमों के तहत छोटी छोटी लीजें बनाकर खनन कार्य में लगे श्रमिकों व बेरेाजगार युवकों को आवंटित कर दे तो सरकार को करोडों रूप्ए महीनें की आय हो सकती है। वहीं लाखों लोगोें को रोजगार व धंधा मिल सकता है।

बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट

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