बेहतर विकास के लिए एसडीजी आवश्यक
चौमूं / जयपुर ( राजेश कुमार जांगिड़ ) जिला स्तरीय सतत् विकास लक्ष्य क्रियान्वयन एवं मॉनिटरिंग समिति की जिला स्तरीय बैठक गुरुवार 27 जून को प्रातः 11.30 बजे कलक्ट्रेट सभागार में अलका विश्नोई अति. जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। बैठक में हीरा लाल जाटव, सदस्य सचिव एवं संयुक्त निदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग जयपुर ने सतत् विकास लक्ष्य का परिचय देते हुए बताया कि सतत् विकास के लक्ष्य संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 सदस्य देशो के बीच एक समझौता है, जिसके तहत सितम्बर 2015 में भारत सहित 193 देशो ने वैश्विक स्तर पर एस.डी.जी. के 17 गोल्स एवं 169 टारगेट्स को निर्धारित कर 1 जनवरी 2016 से अपनाया गया है। डॉ. सुदीप कुमावत, सहायक निदेशक, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग जयपुर ने बताया कि सतत् विकास के लक्ष्यों के अन्तर्गत विकास के तीनों आयामों यथा- आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरण को समन्वित करते हुए सतत विकास हेतु 17 गोल्स एवं 169 टारगेट का निर्धारण किया गया है।
एसडीजी. बेहतर विश्व के लिए सार्वभौमिक, समन्वित एवं परिवर्तनीय दृष्टिकोण है। इसको गरीबी के सभी आयामों यथा गरीबी उन्मूलन, भुखमरी समाप्त करना, अच्छा स्वास्थ्य एवं स्वस्थ जीवन स्तर, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, स्वच्छ जल एवं स्वच्छता, पर्यावरण से संबन्धित कार्य, जलीय जीवन में सुधार और इनका संधारणीय तरीके से उपयोग सुनिश्चित करना है।
राज्य स्तर पर तैयार किये गये इंडिकेट्रस के आधार पर जयपुर का स्कोर 60.07 के साथ राज्य 10 वें स्थान पर रहा है। जिसके संदर्भ में सम्बंधित विभागों से विस्तार से चर्चा की गयी। अति. जिला कलक्टर द्वारा राज्य में जिले का 10वां स्थान आने पर सम्बंधित विभागों से चर्चा कर आवश्यक सुधार हेतु निर्देश प्रदान किये। सभी जिला स्तरीय सतत् विकास लक्ष्य क्रियान्वयन एवं मॉनिटरिंग समिति के सदस्यों द्वारा अति. जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तर एसडीजी स्टेटस रिपोर्ट 2024 पर विस्तार से चर्चा कर अनुमोदन किया गया।