श्रीकृष्ण के जलवा पूजन को भक्तों ने मनाया धूमधाम से, श्रद्धालुओं का लगा ताता
महाराज शिंभू दयाल ने श्री कृष्ण की बाल-लीलाओं का किया वर्णन
अलवर (रितीक शर्मा) गोलाकाबास कस्बे स्थित पंचायती मंदिर भगवान सत्यनारायण व कस्बे के मंदिर परिसर से शनिवार को परिवर्तिनी एकादशी डोल ग्यारस महोत्सव के उपलक्ष्य में भगवान श्री कृष्ण के जलवा पूजन झाकी डोल कस्बे के मुख्य मार्गो से निकली जिसमे श्रद्धालुओ का बड़ी संख्या में हर्ष उल्लास के साथ दर्शन के लिए ताता लगा रहा।
पत्रकार रितीक शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि भाद्रपद की परिवर्तिनी एकादशी पर महाराज शिंभू दयाल ने कथा सुनाते हुए बताया की शुक्ला एकादशी जिसे जयंती नाम से कहते है इस दिन राजा बलि से तीनो लोक जीत कर इन्द्र को स्वर्ग दिया सभी देवताओं का कष्ट दुःख मिटाया इसे परिवर्तन भी कहते है इस दिन श्री विष्णु भगवान क्षीर सागर में अंग परिवर्तन करते है इस लिए यह परिवर्तन भी कहलाती है पदमा भी कहलाती है पदमा यानी कमल के फूल से आज के दिन श्रीवामन भगवान के कमल पुष्पों से पूजन की जाती है जो विधि विधान पूर्वक आज के दिन सहपरिवार कलश स्थापन करके पूजन करते है ब्राह्मणों के द्वारा करवाते है उनके पुण्यों की गणना की जा सकती है बहुत पुण्य मिलता है, इस अवसर पर सत्यनारायण मूर्तिकार, बाबू लाल वाजपेई, सत्यनारायण योगी, पन्ना लाल अग्निहोत्री, हरिणायरण सेठ, मोहन योगी, अनिल बैरवा, राजू पंडित, दिनेश पंडित,शंकर पंडित, चीनू सैन, दीपक योगी, लोकेश सोनी सहित बड़ी तादात में महिला पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे।