विश्व चेतना दिवस पर कार्यशाला हुई आयोजित

उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव ) शहर में घूमचक्कर के पास प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र पर अंतराष्ट्रीय चेतना दिवस पर कार्यशाला आयोजित हुई। इस कार्यशाला में बीके सुनीता बहन ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की अंतर चेतना ही अंतरात्मा को आलोकित करती है तथा सही एवं गलत का आईना दिखाती है। जिसके संवाद में गहराई के साथ व्यक्ति अंतरात्मा से जुड़ता है। उसके हृदय में इतना प्रेम भर जाता है कि वह आपसी संवाद दिलों के मिलन का सेतु बन जाता है। बद्री प्रसाद तंवर ने कहा कि चेतना अपनों को समझने का एक नया एहसास कराती है, रिश्तों के विश्वास में जब पारदर्शिता झलकती है, तो सब भ्रम दूर होकर आपसी प्यार एवं सौहार्द की सरिता प्रवाहित होती है। समाजसेवी एडवोकेट मोतीलाल सैनी ने कहा की चेतना समाज का दर्पण है, उसके नैतिक और ईमानदारी के सद्गुणों की प्रकाश किरण अंधेरे में भी व्यक्ति का पथ प्रदर्शन करती है। जागरूकता ही जीवन है तथा मुख्य गुण जीवन का आधार है। आशा सैनी ने कहा कि चेतना अपनों से अपनों का मेल कराती है, इसमें संयम की मिठास निहित होती है। कार्यक्रम में बीके सुल्तान सिंह व वीरेंद्र कुमार सैनी ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान सुरेश अग्रवाल, वीरेंद्र कुमार सैनी, मोहनलाल सैनी, सोनू सैनी, तारा जांगिड़, आशा सैनी, गीता मीणा, शिमला सैनी, बबीता जांगिड़, अंजना, कंचन, चंचल कुमारी, हर्षिता कुमारी, गायत्री कुमारी, नक्ष जांगिड़ आदि मौजूद थे।






