जैन संत पूज्य चिरंजय मुनि महाराज का देवलोक गमन
बावड़ी ,जोधपुर (निसार गौरी)
आज्ञानुमति श्री सुमती मुनि महाराज के सुशिष्य श्री चिरंजय मुनि महाराज का आज पीपाड़ स्थित जय भवन में निधन हो गया । जैन संत सुनती मुनि महाराज ने बताया कि महाराज श्री जय भवन के प्रथम दल के कक्ष में सो रहे थे सुबह तक उनकी कोई आवाज नहीं आने पर स्वयं उनके कक्ष में गए तो देखा की चारों ओर खून की उल्टियां हुई थी और महाराज श्री देवलोक गमन हों गये वह नीचे आकर जैन श्रावकों को इतला दी की महाराज श्री का निधन हो गया है जैन समाज के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में देवलोक गमन हुए महाराज पूज्य चिरंजय मुनि का पार्थिक देह नीचे लाया गया तथा बैकुंठ के लिए बिठाया गया वही पूज्य संत महाराज के देवलोक गमन की सूचना आसपास शहरों और कस्बा में पहुंची तो हजारों की संख्या में जैन समाज के लोग पहुंचने लगे वह अंतिम दर्शनाथ के लिए जय भवन पहुंचे जहां पुष्प चढ़कर देवलोकगमन हुए महाराज जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की जैन संत पूज्य सुमति मुनि महाराज ने बताया कि खून की उल्टियां होने से प्रतीत होता है कि महाराज श्री को लु लगने व तापघात के कारण उनका निधन हो गया आज सुबह 9:30 बजे देवलोक गमन हुए महाराज श्री की बैकुटी तैयार कर महापराण यात्रा अंतिम यात्रा जय भवन से शुरू हुई जो गोल की प्याव सब्जी मंडी मोड माली मेला होते हुए प्राचीन नदी स्थित जैन समाज के शमशान घाट पर पहुंचे जहां पुष्प घी नारियल चन्दन विशेष सामग्री से पूजा अर्चना कर जैन समाज के श्रावक ने महाराज श्री के पार्थिक देह मुख अग्नि दी तो वहां खड़े हजारों की संख्या में लोगों ने विभिन्न गगन भेदी जय जय कारों से पूरा वातावरण गुंजामायन कर दिया तथा सनातन धर्म के परंपरा के अनुसार वहां खड़े सभी जैन समाज के लोगों ने महाराज श्री की चीता पर अपनी ओर से एक एक लकडियां दी गई तथा वह खड़े सभी जैन समाज के बंधुओ ने सजल नेत्रों से महाराज श्री को अंतिम विदाई के साथ भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की देवलोक गमन हुए जैन संत पूज्य चिरंजय मुनि महाराज के अन्तिम यात्रा में शामिल होने के लिए जैन समाज के लोग बीकानेर नागौर भीलवाड़ा खींवसर सोयला बावड़ी जोधपुर जैतारण पाली सिरोही सुमेरपुर सहित दर्जनो शहरों व कस्बों से हजारों की संख्या में लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया ।