क़ृषि आयुक्त चिन्मयी गोपाल एक दिवसीय भरपुर दौरा पर
कृषि आयुक्त चिन्मयी गोपाल द्वारा मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं की समीक्षा बैठक को ध्यान में रखते हुए भरतपुर का दौरा किया गया। भरतपुर आगमन पर संभागीय अतिरिक्त निदेशक कृषि एवं संयुक्त निदेशक उद्यान तथा जिला स्तरीय संयुक्त निदेशक कृषि तथा उप निदेशक उद्यान द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। इस दौरान अतिरिक्त निदेशक कृषि विस्तार तथा उप निदेशक कृषि,योजना कृषि आयुक्तालय जयपुर जयपुर, संभागीय सहायक निदेशक उद्यान तथा सहायक निदेशक कृषि भरतपुर भी साथ रहे। मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं की समीक्षा बैठक से पूर्व कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के खंड स्तरीय तथा जिला स्तरीय अधिकारीयों की बैठक ली गई। बैठक में समीक्षा के दौरान स्टाफ को निर्देश दिए गए कि संभाग में डीएपी तथा अन्य उर्वरकों का वितरण निर्धारित दरों पर किया जावे, यदि कहीं अनियमितता पाई जाती है तो उसके विरुद्ध तुरंत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावे और ऐसे प्रकरणों की सूचना कृषि आयुक्तालय जयपुर को भी भिजवाई जावे।
जिला स्तरीय अधिकारीयों को निर्देशित करते हुए आयुक्त ा ने कहा कि फील्ड में नियमित भ्रमण करते हुए प्रत्येक पंचायत समिति में कृषि आदानों की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि किसानों को फसल बुवाई करते समय किसी तरह की असुविधा महसूस नहीं हो। आयुक्त ा द्वारा उपस्थित सभी स्टाफ को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया कि सरसों की फसल में डीएपी के स्थान पर सुपर फास्फेट का उपयोग सुनिश्चित करावें, इससे सरसों में तेल की मात्रा तथा गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए स्टाफ को निर्देशित किया कि क्राप कटिंग प्रयोग का संपादन एप के माध्यम से ही सुनिश्चित किया जावे। बैठक में सभी अधिकारियों को कहा गया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को प्राथमिकता से निस्तारित करते हुए अन्य सभी योजनाओं में आवंटित लक्ष्यों को समय पर पूरा करावें।
प्रगति समीक्षा के दौरान संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर खंड ने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा 2024--25 के द्वारा भरतपुर जिले में मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र खोला जाना प्रस्तावित है जिसके लिए 9.86 हेक्टेयर भूमि का चयन कर आवंटन के लिए जिला कलक्टर के माध्यम से प्रमुख शासन सचिव राजस्व, जयपुर को निवेदन किया जा चुका है। दूसरी बजट घोषणा के तहत राजस्थान राज्य से 100 किसानों को इजरायल तथा अन्य देशों में नोलेज एन्हांसमेंट कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा जाना था। उद्यान आयुक्तालय जयपुर के निर्देशानुसार 8 किसानों के विरुद्ध 12 किसानों के नाम मैरिट के आधार पर चयन कर भिजवाए जा चुके हैं। पीएम कुसुम योजनांतर्गत प्रगति सुनिश्चित की जा रही है तथा अन्य योजनाओं में भी आवंटित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सभी जिला स्तरीय अधिकारीयों को पाबंद किया गया है, ताकि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों को विभिन्न योजनाओं का समय पर लाभ मिल सके।
- कौशलेन्द्र दत्तात्रेय