शहर की विभिन्न कालोनियों में वानर सेना का आतंक, परेशान हो रहे है लोग

लक्ष्मणगढ़ (अलवर/ कमलेश जैन) शहर में पिछले काफी समय से बंदरों का आतंक जारी है। शहर के विभिन्न हिस्सों में बंदरों को झुंड में घूमते हुए देखा जाता है। बंदरों द्वारा काटने सूखते हुए कपड़े को लेकर भाग जाना पेड़ पौधों को नष्ट करना मकान के ऊपर रखी पानी की टंकियां को तोड़ना आदि बंदरों की हरकतें बनी हुई है।
अस्पताल के आसपास के घरों, गलियों, पुराना बस स्टैंड क्षेत्र,, पुराना शहर, कालोनी में बंदरों का आंतक जारी है। जिसके चलते लोग घरों मे कैद रहने को मजबूर है। बंदरों के डर से कई लोग चोटिल भी हो चुके है। खासकर छोटे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गो को इनसे बहुत खतरा है। बंदरों की लगातार बढ़ रही संख्या के कारण शहरवासी काफी परेशान तथा भयभीत है। बंदर घरों में घुसकर सामान तक उठा लाते है।
अधिकांश अभिभावकों ने बंदरों के डर के कारण अपने बच्चों का अकेले घर से बाहर निकलना तक बंद कर दिया है। आज रविवार को कस्बे के वार्ड नंबर 12 प्रधान वाली गली में एक बंदर का बच्चा दोपहर से अज्ञात कारणों के चलते घायल अवस्था में पड़ा हुआ था। जिसकी सूचना जागरूक नागरिक जैकी खंडेलवाल द्वारा नगरपालिका प्रशासन को दी गई।
लेकिन घायल बंदर को समाचार लिखे जाने तक नहीं हटाया गया। जिससे घायल बंदर के बच्चे के इर्द गिर्द सैकड़ो की संख्या में बंदर इकट्ठे हो गए। जिससे आम रास्ते से निकलने वाले राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मोहल्ले के लोग घरों में कैद नजर आए।
इसकेअतिरिक्त न्यायिक परिसर तहसील व अन्य सरकारी दफ्तरों में भी काफी संख्या में बंदर घूमते रहते है। कई बार तो ये बंदर इनके पास से गुजरने वाले व्यक्तियों पर हमला कर देते है। शहरवासियों ने प्रशासन व नगर पालिका से बंदरों को पकड़कर शहर से बाहर छोड़ने की मांग की है।
बंदरों के भय के कारण अपने घरों की छत पर जाने में भी कतराते है। जब लोग बंदरों को भगाने का प्रयास करते हैं तो वे उन्हें ही काटने दौड़ पड़ते है। जिससे कई बार लोग छतों पर गिरकर भी चोटिल हो जाते है। इसके अलावा विभिन्न सड़कों, कालोनियों पर घूमने वाले बंदर छोटे बच्चों को भी अपना निशाना बनाने में नहीं चूकते। इनके अलावा झुंड में घूमने वाले बंदरों द्वारा छतों पर लगी टीवी डिश एंटिना, टंकियों के ढक्कन के अलावा अन्य तारों को भी तोड़ दिया जाता है। जिसके कारण लोगों को आर्थिक नुकसान भी वहन करना पड़ता है।
नगर पालिका के कनिष्ठ अभियंता श्याम सुंदर पांडे ने बताया कि घायल बंदर की सूचना वन विभाग को शीघ्र दी जा रही है। ताकि इलाज हो सके।






