गुल्लक में जमा रुपयों से आटा खरीदकर की गरीबो की मदद

खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) कोरोना महामारी के इस दौर में संकट से जूझ रहे गरीब वर्ग के लोगो की बहुत से भामाशाहो ने अपने अपने स्तर पर कुछ न कुछ दान करके गरीबो की मदद का हाथ बढ़ाया है।लेकिन खैरथल कस्बे में दो बच्चों ने इस महामारी के दौर में इंसानियत की एक अलग ही मिशाल पैदा की है।
तनिष्क गोयल व लविका गोयल दोनों भाई बहनों ने अपने गुल्लक में जमा रुपयों से गरीब लोगों को खाने पीने योग्य आटा व चीनी जैसे जरूरी सामान खरीदकर तथा गरीबो में भेंट कर ये साबित कर दिया है की मदद के लिए इंसान का बड़ा बनना जरूरी नही होता है बल्कि इंसान का दिल बड़ा होना चाहिए।
कस्बे की पुरानी अनाज मंडी में रहने वाले तनिष्क गोयल व लविका गोयल को आज के इस दौर में गरीबो का दर्द महसूस हुआ औऱ उन्होंने अपनी जरूरत के लिए गुल्लक में इकठ्ठा किये गए रुपये को गुल्लक तोड़कर निकाला औऱ गरीबो की मदद के लिए निकल पड़े।
इन दोनों बच्चों की उम्र भले ही छोटी हो लेकिन इनके द्वारा दी गयी गरीबो को मदद ने उन अमीर लोगो के लिए सन्देश छोड़ा है कि मुसीबत के दौर में किसी की मदद करने से मानवता सबसे बड़ी होती है। औऱ ऐसे बच्चों के द्वारा की जा रही मदद को देखकर उन अमीर घराने के लोगो को भी आगे आना चाहिए जिन्होंने उम्र से ज्यादा रुपया इकठ्ठा कर रखा है।






