एक जिला-एक उत्पाद नीति 2024 के तहत उद्यमियों को मिलेगा अनुदान

भरतपुर,(कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) राज्य के जिलों को एक जिला-एक उत्पाद कार्यक्रम अंतर्गत चयनित उत्पादों के एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित करने हेतु राज्य सरकार द्वारा एक जिला-एक उत्पाद नीति 2024 लागू की गई है।
महाप्रबंधक जिला उद्योग एवं वाणिज्यिक केन्द्र सीएम गुप्ता ने बताया कि एक जिला-एक उत्पाद नीति 2024 अंतर्गत पंजीकृत नवीन सूक्ष्म उद्यमों को परियोजना लागत का 25 प्रतिशत (अधिकतम 15 लाख रू) एवं लघु उद्यमों को परियोजना लागत का 15 प्रतिशत (अधिकतम 20 लाख रू) मार्जिन मनी अनुदान निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि उत्पाद के विपणन हेतु देश-विदेश में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मेले अथवा प्रदर्शनी में भाग लेने पर स्टॉल रेंट अनुदान व आवागमन हेतु अधिकतम 2 लाख रूपये तक की सहायता केन्द्र अथवा राज्य सरकार द्वारा स्थापित प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों से उन्नत प्रौद्योगिकी, सॉफटवेयर अधिग्रहण हेतु किये गये व्यय पर 50 प्रतिशत (अधिकतम 5 लाख रू) तक की सहायता मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय मानक प्रमाणन प्राप्ति तथा बौद्धिक संपदा अधिकार हेतु व्यय पर 75 प्रतिशत (अधिकतम 3 लाख रू) तक की पुनर्भरण सहायता मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि ई-कॉमर्स के प्रयोग को प्रोत्साहित करने हेतु 2 वर्ष तक प्लेटफॉर्म फीस का 75 प्रतिशत (अधिकतम 1 लाख रु प्रतिवर्ष) तक पुनर्भरण, कैटेलॉग सेवाओं के लिये और पूरी तरह कार्यात्मक लेने-देन वाली ई-कॉमर्स वेबसाइट के विकास के लिये कुल व्यय पर 60 प्रतिशत (अधिकतम 75 हजार रू) तक की एकमुश्त सहायता जैसी सुविधायें प्रदान की जानी है।
उन्होंने बताया कि एक जिला-एक उत्पाद अंतर्गत भरतपुर जिले में कृषि आधारित उत्पाद एवं डीग जिले में स्टोन आधारित उत्पादों को चयनित किया गया है। उन्होंने बताया कि चयनित उत्पादों का पंजीकरण एसएसओ आईडी पर उपलब्ध ओडीओपी पोर्टल के माध्यम से ऑनलाईन किया जा सकता है।
उद्यमियों की कार्यशाला 2 मई को ......
राज्य सरकार की मंशानुरूप एक जिला-एक उत्पाद नीति 2024 के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं सफल क्रियान्वयन हेतु 2 मई शुक्रवार को प्रातः 11.30 बजे राज्य प्रभारी अधिकारी पी.एन. शर्मा, संयुक्त आयुक्त, उद्योग एवं वाणिज्य, जयपुर की अध्यक्षता में कार्यालय जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र, भरतपुर में कार्यशाला आयोजित की जावेगी। जिसमें भरतपुर जिले के कृषि आधारित उत्पादों से संबंधित विनिर्माता उद्यमी तथा डीग जिले के स्टोन अधारित उत्पादों से संबंधित विनिर्माता उद्यमी कार्यशाला में भाग लेकर लाभ उठा सकते हैं।






