गोविंदगढ़ में कचरे से नालियां जाम: बदबू और मच्छरों से लोग परेशान, लोगों ने की राहत दिलाने की मांग

गोविंदगढ़ नगरपालिका क्षेत्र में स्वच्छता की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। नगरपालिका ने सफाई व्यवस्था के लिए पिछले साल 98 लाख और इस साल 1.98 करोड़ रुपए का बजट रखा है। लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है।
कस्बे में नालियां गंदगी से भरी हुई हैं। इससे गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। सफाई का काम सिर्फ बाजार से कूड़ा उठाने तक सीमित है। नालियों में पॉलीथीन और कचरे के जमाव से पानी का निकास रुक गया है। इससे बदबू फैल रही है और मच्छर पनप रहे हैं।
रामबास ग्राम पंचायत का नगरपालिका में विलय होने के बाद सफाई व्यवस्था और बिगड़ गई है। नगरपालिका ने किले में डंपिंग याड़ बनाया है। यहां कचरा डालने से आसपास का वातावरण प्रदूषित हो रहा है। किले के पास कई प्रमुख मंदिर और राजकीय महाविद्यालय है। हवा के साथ उड़ने वाली पॉलीथीन से खेतों को भी नुकसान पहुंच रहा है।
नगरपालिका के ईओ जगदीश खीचड़ का कहना है कि टेंडर जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। रामबास क्षेत्र में भी सफाई शुरू होगी और नगरपालिका क्षेत्र की सभी कमियों को दूर किया जाएगा।






