संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर ने प्रगतिशील किसान दयाशंकर के फार्म का किया दौरा
भरतपुर (कोशलेन्द्र दत्तात्रेय)
संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर संभाग के करौली जिले में भ्रमण के दूसरे दिन चेतराम मीणा उप निदेशक उद्यान करौली ने बताया कि योगेश कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर संभाग ने करौली जिले में भ्रमण के दूसरे दिन करौली में किसान दुर्गा लोधा के उद्यान विभाग द्वारा अनुदान पर स्थापित सोलर पंप सेट का अवलोकन किया गया। इसके बाद गांव दीप पुरा में किसान प्रहलाद मीणा द्वारा स्थापित सोलर पंप सेट का अवलोकन किया गया। किसान द्वारा सोलर पंप सेट में समस्या बताए जाने पर मौके पर ही तत्त्काल कंपनी प्रतिनिधि को फोन कर समस्या के समाधान करने हेतु निर्देशित किया गया।
इसके बाद हिंडौन सिटी में किसान मनोहरी सैनी तथा पिंटू सैनी द्वारा स्थापित मिनी स्प्रिंकलर सेट तथा बूंद बूंद सिंचाई संयंत्र का अवलोकन किया गया। किसान द्वारा निजी उपयोग के लिए तैयार जैविक किचन गार्डन को भी देखा गया ओर किसान को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित किया गया। किसान द्वारा सूक्ष्म सिंचाई तकनीक अपना कर की जा रही गोभी, बैंगन,मटर तथा टमाटर इत्यादि सब्जियों की खेती का भी अवलोकन किया गया। हिंडौन सिटी के गांव महू में प्रगतिशील किसान दयाशंकर से संपर्क किया गया। दयाशंकर हर साल लगभग दस हेक्टेयर जमीन लीज पर लेते हैं और इसके लिए जमीन के मालिक को लगभग दस लाख रुपए का भुगतान करते हैं। इसके बाद इस ज़मीन में लो टनल तथा मल्चिंग का उपयोग करते हुए सब्जियों की खेती करते हैं। सब्जियों में मुख्य रूप से टमाटर, फूलगोभी, पत्तागोभी, मिर्च, बेंगन इत्यादि की खेती करते हैं। किसान दयाशंकर का कहना था कि सब्जियों की तुडाई के लिए मजदूरों को प्रतिदिन लगभग पांच हजार रुपए भुगतान करते हैं। इस तरह से दयाशंकर जी लगभग पच्चीस लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराते हैं। दयाशंकर का कहना था कि हम तीनों भाई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी करते थे, लेकिन नौकरी छोड़ कर हमने खेती करना शुरू कर दिया और आज़ तीनों भाई घर पर रहकर आधुनिक तरीके से सब्जियों की खेती करते हुए लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं। दयाशंकर और उनके भाई नौरोजी छोड़कर वर्तमान में सब्जियों की खेती करके खुशी महसूस कर रहे थे। कहा जा सकता है कि दयाशंकर महू क्षेत्र में सब्जी उत्पादक किसानों के लिए रोल मॉडल साबित हो रहे हैं।
दौरे के अंत में महू गांव के किसान अजय के अमरूद के बगीचे का अवलोकन किया गया। बगीचे में भारी मात्रा में फल लगे हुए थे और ये किसान खेत पर ही चालीस रुपए किलो अमरूद बेच कर अच्छी कमाई कर रहा है। बगीचे में पक्षियों से होने वाले नुकसान से बचाव के लिए किसान द्वारा बगीचे में एंटी बर्ड नेट लगाया हुआ है।वर्तमान में एक हेक्टेयर से ज्यादा अमरूद का बगीचा लगाया हुआ है लेकिन बगीचे से अच्छी आमदनी को देखते हुए इसे अगले वर्ष बढ़ा कर दो हेक्टेयर क्षेत्र करने की योजना बताई । कहा जा सकता है कि राज्य सरकार द्वारा उद्यान विभाग के माध्यम से किसानों के लिए अनुदान पर चलाई जा रही विभिन्न योजनाएं किसानों के लिए लाभदायक साबित हो रही हैं। उद्यान विभाग सभी किसान भाइयों से निवेदन करता है कि उद्यानिकी योजनाओं को अपनाकर किसान भाई निश्चित रूप से अपनी आमदनी बढा सकते हैं और आर्थिक तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। फील्ड में भ्रमण के दौरान स्थानीय कृषि पर्यवेक्षक उद्यान विभाग विक्रम सिंह भी साथ रहे।