नवरात्रा स्थापना के शुभारम्भ पर घर घर हुई घट स्थापना
बयाना के कैलादेवी-झीलकावाडा लक्खी मेला भी स्थगित
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी) शक्ति व साधना का पर्व नवरात्रा स्थापना सप्ताह का शुभारम्भ मंगलवार को घर घर में घट स्थापना करते हुऐ माता के भक्तो की ओर से श्रद्वा व उत्साह के साथ हुआ। इस अवसर पर बयाना के प्रमुख शक्ति व अराधना के केन्द्र श्रीकैलादेवी-झीलकावाडा के प्राचीन मन्दिर सहित अन्य मंदिरो में भी विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमो के आयोजन हुऐ। तथा माता के दरबार सजाकर पूजा अर्चना की गई। मंगलवार को घट स्थापना के समय घर घर में घन्टे घडियालो की आवाज व माता की आरती और जयकारे गंूज उठे थे। यही आलम मंदिरो मे भी रहा। बयाना के श्री कैलादेवी-झीलकावाडा के प्राचीन मंदिर में कोरोना गाइडलाइन के चलते इस बार भी पट बन्द रहे और बन्द मंदिर के अन्दर ही घट स्थापना व माता के दरवार और विशेष पूजा अर्चना आदि कार्यक्रम हो सके थे। इस बार दर्शनार्थीयो व भक्तो को मंदिरो में प्रवेश की कोई छूट नही दी गई। फिर भी मंगलवार को घट स्थापना के पहले ही दिन सुबह सवेरे कैलादेवी झीलकावाडा मंदिर पहुचे माता के भक्तो की मंदिर के मुख्य द्वार पर भारी भीडभाड हो गई थी जिसे मुश्किल से समझाईश कर हटाया जा सका। मंदिर के पट बन्द देख भक्तो को निराशा हुई। मंदिर से काफी दूर ही कालीसिल गेट पर बैरिकेट लगाकर पुलिस ने श्रद्वालुओ को वही रोक दिया। जिससे वह मंदिर में विराजित कैलादेवी के दर्शन तो दूर मंदिर भवन के दर्शन तक नही कर सके। जिससे बडी उम्मीदो के साथ वहां पहुंचे माता के भक्तो को दूर से ही ढोक लगाकर निराश वापिस लौटना पडा। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना गाइडलाइन के चलते नवरात्रा सप्ताह के दौरान इस मंदिर में प्रवेश व दर्शन निषेध रहेगे और मंदिर के पट भी बन्द रहेगे। श्रद्वालुओ को दूर से ही मां कैलादेवी के ढोक लगाकर संतोष करना पडेगा। बुर्जुर्गाे ने बताया कि हजारो साल पुराने इस धार्मिक स्थल पर लगातार ऐसा दूसरी बार देखने को मिला है। गत बर्ष भी कोरोना गाइड लाइन के चलते इस माता के मंदिर में नवरात्रा सप्ताह के अवसर पर कोई भी कार्यक्रम नही हो सके थे तथा चैत्र माह में लगने वाले लक्खी यात्री मेले को भी गत बर्ष स्थगित कर दिया था। इस बार भी नवरात्रा सप्ताह के दर्शनो पर रोक के साथ ही मेला भी स्थगित कर दिया गया है। इस मेले से प्रति वर्ष देवस्थान विभाग को 50 लाख रूपये से भी अधिक की आय होती थी।