राजगढ़-माचाडी सड़क मार्ग स्थित नाहरखोल के जंगल मे पेड़ से फंदे लगा हुआ मिला शव
राजगढ़ (अलवर) राजगढ-माचाडी सडक मार्ग स्थित नाहरखोल के जंगल में करीब छह दिन पुराना पेड से फंदा लगा हुआ शव मिलने से आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई। थानाधिकारी रामजीलाल मीना ने बताया कि पुलिस कन्ट्रोल रूम से सूचना मिली कि माचाडी घाटी के नाहरखोल जंगल में एक आदमी का शव है। सूचना पर जाब्ते के साथ वो मौके पर पहुंचे जहां पेड के नीचे एक लटकी हुई हालत में 48 वर्षीय एक आदमी की लाश थी। जो देखने में करीब चार-पांच दिन पुरानी लाश लग रही थी। सूचना मिलते ही डीएसपी मनीषा मीना मौके पर पहुंची तथा अलवर से एफएसएल यूनिट के इंचार्ज डॉ. रविकांत शर्मा ने घटना स्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। थानाधिकारी ने बताया कि एक अप्रेल को रैणी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। हुलिया एवं कपडों के आधार पर रैणी पुलिस थाना में सम्पर्क किया गया। रैणी कस्बे के जोगी की ढाणी निवासी गुमशुदा हरिराम पुत्र भीमसिंह योगी के रूप में उसके परिवारजनों ने शिनाख्त की। मृतक हरिराम योगी का शव चिकित्सालय ले जाने की स्थिति में नही होने के कारण नगरपालिका कार्मिक जुगनू तमोली की टीम की सहायता से मृतक के शव को पेड से उतरवाया तथा पहाड से नीचे लाकर राजगढ से मेडिकल बोर्ड की टीम को मौके पर बुलाकर गुरूवार की देर रात पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौप दिया। इस सम्बन्ध में मौके पर सीताराम योगी पुत्र भीमसिंह योगी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसका बडा भाई हरिराम योगी 30 मार्च को सुबह पांच बजे घर से लापता हो गया था। इस सम्बन्ध में रैणी थाने में 01 अप्रेल को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसका शव गुरूवार को माचाडी घाटी के पास पहाडी में पेड से लटका हुआ मिला हैं। मृतक हरिराम योगी मानसिक रूप से पीडित था। जिसका उपचार चल रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है ।
- अनिल गुप्ता