मवई का ग्रामीण सांप्रदायिक स्वास्थ्य की अनोखी मिसाल है - जवाहर सिंह बेढ़म
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने किया मवई में वार्षिक मेले उद्घाटन

डीग (नीरज जैन) मवई का यह प्राचीन मेला विशिष्ट सूफी संत की मजार पर लगने वाला एक वार्षिक धार्मिक मेला है। यह मेला सूफीवाद की मान्यताओं और परंपराओं के अनुसार आयोजित किया जाता है, जिसमें सूफी संत की याद में प्रार्थना, भजन, और प्रसादी का आयोजन किया जाता हैं यह बात गुरुवार को डीग के गांव मवई में आयोजित वार्षिक मेले का उद्घाटन करते हुए गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कही।
बेढम ने कहा कि इस वार्षिक मेले में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग आते हैं यह मेला दोनों धर्मों के बीच एकता और भाईचारे का प्रतीक है। मेले में लंगर का आयोजन किया जाता है, जिसमें सभी धर्मों के लोग भोजन ग्रहण करते है।
गृहराज्य मंत्री बेढम ने कहा कि वार्षिक मेला एक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है जो सूफीवाद की मान्यताओं और परंपराओं को बढ़ावा देता है। बेढ़म ने कहा कि राज्य सरकार सभी धर्मों को एक साथ लेकर चल रही है। विकसित राजस्थान का सपना तब ही पूरा हो सकता है जब समाज का प्रत्येक तबका आगे आकर राज्य के विकास में अपना योगदान दे। उन्होंने मेले के आयोजकों का धन्यवाद किया और इसे धूम धाम से मनाने की अपील की।
इस अवसर पर सरपंच गुड्डू सिंह, पूर्व प्रधान चंदन सिंह, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष सतीश बंसल, पंडित राम गोपाल वर्मा, पूर्व प्रधान अर्जुन सिंह, रघुनाथ सरपंच शीशवाडा, सरपंच केशव, मंडल अध्यक्ष विनोद शर्मा, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष नगर हिमेश सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।






