तोता का वास में खुले आसमान में पेड़ के नीचे पढ़ते है नन्हे विद्यार्थी: ना पीने के पानी की व्यवस्था है और ना शौचालय की
रोजाना बैग में रिकॉर्ड साथ में लेकर आते है शिक्षक

डीग (नीरज जैन) डीग की ग्राम पंचायत चूल्हेरा के गांव तोता का वास के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में भवन के अभाव में विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे कड़क धूप से बचने के लिए पेड़ की छांव में बैठकर अध्ययन करने को मजबूर है।
- मेव समुदाय में शिक्षा के प्रसार के लिए खोला गया है स्कूल
ग्रामीणों ने बताया है कि गांव तोता का वास में मेव समुदाय के लोग निवास करते है जिनमें शिक्षा का औसत अन्य समुदायों के वनिस्पत सबसे कम है । खासकर मेव समुदाय में बालिका शिक्षा की स्थिति तो और भी दयनीय है। जिसको देखते हुए 5 अक्टूबर 2023 को शिक्षा विभाग द्वारा गांव तोता का वास में राजकीय प्राथमिक विद्यालय खोला गया था।
- 20 बच्चों को पढ़ाने के लिए दो शिक्षक
तोता का वास के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में एक से 4 तक कक्षाएं संचालित है जिनमें कक्षा एक में 5 छात्र एक छात्रा, कक्षा 2 में 2 छात्र ,4 छात्राएं, कक्षा 3 में दो छात्राएं और कक्षा चार में 2 छात्राएं पढ़ती है।
- पेड़ के नीचे चलती है पढ़ाई
शिक्षा विभाग ने गांव तोता का वास में बच्चों को शिक्षा के लिए राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय तो खोल दिया है ।विद्यालय खुलने के बाद तीसरा सत्र शुरू होने को है। लेकिन विद्यालय में बच्चों को बैठने के लिए अभी। तक भवन की व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके चलते विद्यालय में एक से चार तक की कक्षाएं भवन के अभाव में पेड़ के नीचे संचालित की जाती है। खुले आसमान तले भीषण गर्मी और कड़ाके की सर्दी में छोटे बच्चे कैसे बैठ कर पढ़ते होंगे इसका वस भगवान ही मालिक है। ग्रामीणों ने बताया है कि बरसात के मौसम में पास में ही एक व्यक्ति के निजी मकान के आगे बने बरामदे में बैठा कर बच्चों को पढ़ाया जाता है।
भवन के अभाव में विद्यालय में ना तो पीने के पानी की व्यवस्था है और ना ही शौचालय उपलब्ध है। पीने का पानी बच्चे अपने साथ लाते है।
- शिक्षकों के पास उनके बैग में रहता है विद्यालय का रिकॉर्ड
विद्यालय में कार्यरत शिक्षक ममरेज खान और अयूब खान ने बताया है कि विद्यालय भवन के अभाव में वह विद्यालय का रिकॉर्ड अपने साथ रोजाना बैग में विद्यालय लेकर आते है और सांय विद्यालय बंद होने के बाद सुरक्षा की दृष्टि सेअपने साथ घर ले जाते हैं।
- विद्यालय भवन हो तो बढ़ सकता है विद्यार्थियों का नामांकन
विद्यालय के शिक्षक मरेज खान और अयूब खान ने बताया है कि उन्होंने ग्राम वासियों के सहयोग से 23 हजार रुपए की सहयोग राशि एकत्रित कर ली है। अभी विद्यालय में भवन न होने के कारण अभिभावक अभी अपने बच्चों को इस विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजने में आनाकानी करते है यदि विद्यालय में बच्चों के लिए भवन का निर्माण करा दिया जावे तो जल्द ही विद्यालय में नामांकन बढ़कर दुगना हो जावेगा।
- क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिला शिक्षा अधिकारी मनोज खुराना का कहना है की तोता का वास में विद्यालय भवन के निर्माण के लिए जल्द ही भूमि और बजट का आवंटन कराया जावेगा।






