श्याम नगर आवासीय बस्ती का मामला : मूलभूत सुविधाओं से वंचित ,पानी की किल्लत
खैरथल ( हीरालाल भूरानी )
खैरथल शहर के वार्ड नंबर 19 की श्याम नगर कालोनी के वाशिंदों को आजादी के 75 साल बाद एवं जिला मुख्यालय बनने पर भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है। श्याम नगर के निवासी अनिल खंडेलवाल, संजय,हरी राम शर्मा, प्रशांत खंडेलवाल, मनोज गुप्ता आदि ने बताया कि नगरपरिषद की उपेक्षा का शिकार ये आवासीय बस्ती 90 बी के तहत रजिस्टर्ड है। लोगों के आवासीय पट्टे नगरपरिषद ने बनाए हुए हैं। लेकिन आज तक पीने के पानी की कोई माकूल व्यवस्था नहीं है। स्थानीय निवासी टैंकरों पर आश्रित है। पानी की किल्लत झेल रहे लोगों ने बताया कि वे एक माह से दस से पंद्रह टैंकर पानी महंगे मोल में मंगवाते हैं।
लोगों ने बताया कि यहां विधायक कोटे से बोरिंग लगे लगभग दो साल गुजर गए हैं तथा अब एक बोरिंग और हुई है लेकिन अधिकारियों की अनदेखी व नेताओं की उपेक्षा के चलते आज तक श्याम नगर में पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है। निवासियों ने बताया कि अनेकों बार जलदाय विभाग व जिला कलेक्टर को अवगत भी कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर 19 में लगी बोरिंग का पानी वार्ड नंबर 18 में सप्लाई किया जा रहा है क्योंकि इस वार्ड का पार्षद वार्ड नंबर 18 में रहता है।
काॅलोनी में सफाई का अभाव, जगह - जगह लगे गंदगी के ढेर
श्याम नगर वार्ड नंबर 19 की निवासी कविता,शालू, माया,निशा, प्रतिभा आदि ने बताया कि वार्ड में जगह - जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं लेकिन नगरपरिषद प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता। उन्होंने बताया कि नगरपरिषद द्वारा यहां सिर्फ एक सफाई कर्मचारी तैनात किया हुआ है। जबकि कालोनी काफी बड़ी है। यहां पर लगा रखा सफाई कर्मचारी भी कई बार बार यहां सफाई के लिए नहीं आता।
कचरे से अटी नालियां,पनप रहे मच्छर
मौहल्ले के लोगों ने बताया कि सफाई के अभाव में नालियां कचरे से अटी पड़ी है। वहीं नालियों का गंदा पानी सड़कों पर फैल रहा है। नालियों में पनपते मच्छरों ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। महिलाओं ने बताया कि जिला मुख्यालय बनने के बाद दो बार जिला कलेक्टर बदल चुके हैं, मौजूदा कलेक्टर आर्तिका शुक्ला को भी महिलाओं ने अवगत कराया लेकिन अभी कोई समाधान नहीं हुआ।