खैरथल - किशनगढ़ बास रूट पर रोडवेज बसों के अभाव से यात्री परेशान
खैरथल (हीरालाल भूरानी)
खैरथल जिला मुख्यालय से किशनगढ़ बास जाने आने में रोडवेज बसों की कमी के चलते यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करने के साथ जान जोखिम में डालकर अवैध साधनों से मंजिल तय करनी पड़ रही है।
खैरथल नागरिक अधिकार मंच के अध्यक्ष बाबूलाल शर्मा ने बताया कि इस रूट पर सिर्फ तिजारा डिपो की रोडवेज बसें चलती हैं जिसमें जयपुर जाने आने वाली तीन बसों के अलावा दो शटल सेवा भी संचालित है। मात्र दो बसें खैरथल - किशनगढ़ बास रूट के हजारों यात्रियों के लिए ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत को चरितार्थ करने वाली साबित हो रही है। एक बस की रवानगी के बाद दूसरी बस लगने में बीस से चालीस मिनट का गैप यात्रियों को जान जोखिम में डालकर अवैध रूप से चलने वाले वाहनों में भेड़ बकरी की तर्ज पर ठूंस ठूंसकर यात्रा करने का दंश झेलना पड़ रहा है।उन्होंने बताया कि इसके अलावा शाम ढलने के बाद बस मिलना रेगिस्तान में पानी मिलने जैसे हालात होने से रोजमर्रा यात्रियों के अलावा ट्रेन में सफर कर आने जाने वाले यात्रियों को सफर तय करने के लिए जो परेशानी का सामना करना पड़ता है यह भुक्तभोगी ही जानते हैं और यदि बाल बच्चे व सामान साथ हो तो फिर कितनी मुसीबत झेलनी पड़ जाती है कि पूछो मत।
उन्होंने बताया कि उन्होंने लोकप्रिय नेता वन मंत्री संजय शर्मा को पत्र प्रेषित कर इस रूट पर भिवाड़ी खैरथल के बीच दो जोड़ी बस शटल सेवा के रूप में चलाने की मांग की है।