सेफ्टिक टैंक की सफाई के दौरान मृतक आश्रितों को सहायता का प्रस्ताव भिजवाया
जिला कलक्टर ने अस्पताल पहुंचकर घायलों के उपचार की जानकारी ली, बेहतर उपचार के निर्देश दिए
भरतपुर, 30 मई। जिले के नदबई उपखण्ड के गांव नगला मई में सेफ्टिक टेंक की सफाई के दौरान दुर्घटना में 3 व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने पर जिला प्रशासन द्वारा मृतक आश्रितों को सहायता का प्रस्ताव भिजवाया गया है। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव के निर्देश पर उपखण्ड अधिकारी नदबई गंगाधर मीना ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली तथा घायल व्यक्तियों को आरबीएम अस्पताल पहुंचाया जहां जिला कलक्टर ने घायलों से मिलकर कुशलक्षेम पूछी तथा अस्पताल प्रशासन को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिये।
अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नीरज कुमार मीना ने बताया कि गुरूवार को प्रातः 7 बजे गांव नगला मई में सेफ्टिक टेंक की सफाई के लिए आकाश पुत्र बिज्जो उम्र 19 साल, करण सिंह उर्फ बोली पुत्र सुरेश उम्र 20 साल, भोलू पुत्र रोशन उम्र 50 साल कार्य कर रहे थे। टैंक की आठ फीट के आस-पास सफाई की जा चुकी थी, नीचे सफ्टिक टैंक में जहरीली गैस होने से मृत्यु हो गई। सफाई में उतरे व्यक्तियों ने सुरक्षा उपकरण नहीं पहने हुए थे। सफाई कर रहे तीनों व्यक्तियों को बचाने के लिए सेफ्टिक टैंक में ग्राम नगला मई निवासी नरेश पुत्र रोशन उम्र 45 साल एवं इंद्र पुत्र जंगली उम्र 50 साल घायल हो गए। उन्होंने बताया कि जेसीबी की सहायता से साईड में गड्ढा खुदवाकर सेफ्टिक टैंक को तोडकर व्यक्तियों को बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर सेफ्टिक टैंक की सफाई में उतरे लोगों को निकालकर आरबीएम अस्पताल पहुंचाया गया जहां उपचार के दौरान तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गई तथा दो व्यक्तियों का उपचार किया जा रहा है।
जिला कलक्टर ने दिए बेहतर उपचार के निर्देश - जिला कलक्टर डॉ. यादव घटना की सूचना मिलते ही आरबीएम अस्पताल पहुंचे तथा घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए उपचाराधीन व्यक्तियों से मिलकर कुशलक्षेम पूछी तथा अस्पताल प्रशासन को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता के साथ विशेष स्टाफ लगाकर उपचार में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाये।