ग्रीन एण्ड क्लीन महेंद्रगढ़ ग्रुप के एडमिन एवं पर्यावरण प्रेमी सोमानी बना रहे महेंद्रगढ़ को आत्मनिर्भर
गुजरात के भावनगर से मंगवाए केशर, हाफुस जैसे उच्च क्वालिटी के आम के पौधे, पूर्व में भी परिवार के सदस्यों की पुण्यतिथि पर लगवा चुके 700 से अधिक पौधे।
गुरला (बद्रीलाल माली)
गुरला :- मन में कुछ करने की इच्छा और जोश जुनून भरे जज्बात हो तो कर्म करने वाला इंसान अपने सपने के प्रति दृढ़ संकल्पित होकर वो कुछ भी कर सकता हैं बस जरूरत हैं तो केवल और केवल दृढ़ इच्छाशक्ति की फिर चाहे जो भी काम हो वो इंसान बड़े ही सहजता और सरलता के साथ पूरे करने में सफल होता ही हैं। यहां बात हो रही हैं सहाड़ा पंचायत समिति के महेंद्रगढ़ गांव निवासी पर्यावरण प्रेमी पूर्व सरपंच व वर्तमान पंचायत समिति सदस्य रामधन सोमानी की। जी हाँ ये पर्यावरण प्रेमी होने के साथ ही साथ गौ माता और अनबोले बेजुबान जीव पशु पक्षियों से भी बेहद प्रेमभाव रखते हैं। जिनके लिए गौशाला चलाने और पक्षियों के लिए भी समय समय पर परिंडे बांध उनमें दाने पानी की समुचित व्यवस्था करने में भी कभी पीछे नहीं रहे हैं। बहरहाल यहां बात चल रही हैं पर्यावरण को लेकर तो इन पर्यावरण प्रेमी सोमानी ने सोशल मीडिया के वाट्सएप प्लेटफार्म पर दिनांक 12 अक्टूम्बर 2020 को "ग्रीन एण्ड क्लीन महेंद्रगढ़" के नाम से एक ग्रुप बनाकर उसमें ग्राम पंचायत महेंद्रगढ़ के सम्मानित नागरिकों के साथ ही सभी महकमें के सरकारी अधिकारियों, मीडियाकर्मियों के साथ ही साथ सामाजिक व राजनीतिक से जुड़े लोगों को भी ग्रुप में स्थान देते हुए। महेंद्रगढ़ की कायाकल्प को लेकर कटिबद्ध थे। तब से अब तक करीबन इन 4 सालों में इन्होंने महेंद्रगढ़ को पर्यावरण के नाम पर बहुत कुछ दिया हैं। जिसमें हजारों फल, फ्रूट व फूलों के साथ ही छायांदार पेड़ पौधे भी सम्मिलित हैं। इसी कड़ी में इस वर्ष भी केशर, हाफुस, तोतापुरी, लंगड़ा, आम जैसी क्वालिटी के साथ ही आचार के लिए भी बढ़िया क्वालिटी के 500 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया हैं। जिसकी पहली खेप आ चुकी हैं जिन्हें रौंपने का कार्य शुरू कर दिया गया हैं।
-ग्रीन एण्ड क्लीन महेंद्रगढ़ के अपने मिशन को दे रहे प्राथमिकता
पर्यावरण के प्रति सजग एवं जागरूकता रखने और अपने गांव गली मोहल्ले के साथ ही चौतरफा हरियाली व स्वच्छता का वातावरण देखने और उसे मूर्तरूप देंनें को हमेशा उत्सुकता के साथ तत्परता दिखाते हुए हरित क्रांति लाने वाले शख्स रामधन सोमानी ने अपने "ग्रीन एण्ड क्लीन महेंद्रगढ़" के मिशन को बढ़ावा देते हुए अपने परिवार के चार दिवगंत सदस्यों की पुण्य स्मृति में पूर्व में भी फल, फूल व छाँयादार जैसे 700 पौधे ग्राम पंचायत को भेंट कर उन्हें महात्मा गांधी नरेगा की टीम द्वारा लगवाये थे जो अपनेआप में महेंद्रगढ़ ग्राम पंचायत में अपने स्तर का एक नवाचार हैं।
महेंद्रगढ़ सरपंच ललिता सोमानी ने बताया कि महेंद्रगढ़ निवासी पूर्व सरपंच व वर्तमान सहाड़ा पंचायत समिति सदस्य रामधन सोमानी ने अपनी काकीसा नानी बाई सोमानी व उनके पिता स्वर्गीय राम सहाय सोमानी एवं बड़े भाई साहब राम बगस सोमानी और भाई के पुत्र भतीजे सौरभ सोमानी की पुण्य स्मृति में महेंद्रगढ़ ग्राम पंचायत को 700 फल, फूल व छांयादार पौधे भेंट किये थे। जिनमें 100 पौधे पीपल के, 300 पौधे नीम के, 11 पौधे वट वृक्ष के, 20 पौधे नीम के, 50 पौधे गुलाब के, 20 पौधे रात रानी के, 20 पौधे बिल्वपत्र के, 10 पौधे सफेद आंकड़े के,100 पौधे कंडेल फूल सहित जामुन के पौधे भी शामिल हैं।
सरपंच सोमानी ने बताया कि ये सभी पौधे ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी रमेश चन्द्र जीनगर ने मनरेगा टीम, मेट व ग्राम पंचायत के वार्डपंचों की सहायता से उनकी देखरेख में ग्राम पंचायत की चारागाह जमीन में महेंद्रगढ़ से आमली व भूणास रोड़ के दोनों तरफ के साथ ही गांव के बड़े तालाब की पाल पर भी सभी तरह पौधे लगाए थे।
-पर्यावरण प्रेमी सोमानी की जुबानी
महेंद्रगढ़ निवासी पंचायत समिति सदस्य व पूर्व सरपंच रामधन सोमानी ने बताया कि ग्राम पंचायत को जो 700 पौधे पूर्व में भेंट किए वो पूज्य पिताजी व काकी सा के साथ ही बड़े भाई साहब और भाई के लड़के भतीजे की पुण्य स्मृति में परिवार के सामूहिक निर्णय के तहत और "मिशन ग्रीन एण्ड क्लीन महेंद्रगढ़" को बढ़ावा देने हेतु भेंट किये थे। सोमानी ने बताया कि तब लगाए गए सभी पौधे आज पेड़ बन चुके हैं। इसके लिए देखरेख व पानी पिलाई और उनकी सुरक्षा इत्यादि की जिम्मेदारी भी समय समय पर बखूबी निभाई गई हैं।
सोमानी ने कहां की आज के पांच वर्ष पूर्व कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से महेंद्रगढ़ ग्राम भी बहुत त्रस्त हुआ था। तब ये गंभीर बीमारी महेंद्रगढ़ ग्राम में भी फेल गई थी। उस समय लोगों को ऑक्सीजन के लिए इधर उधर दौड़े-दौड़े भटकना फिरना पड़ा था। बस उसी विपरीत और कठिन घड़ी को ध्यान में रखते हुए हमारे परिवार के सदस्यों ने ये निर्णय ले लिया था की महेंद्रगढ़ क्षेत्र में सर्वाधिक पीपल के वृक्ष ही लगाएंगे क्यों कि पीपल ही एक मात्र ऐसा पेड़ हैं जो 24 घण्टे शतप्रतिशत ऑक्सीजन देता हैं। ठीक इसी कड़ी में इस बार के 500 पौधे लगाने के लक्ष्य में भी गुजरात के भावनगर से केसर, हाफुस, तोतापुरी, लंगड़ा जैसे आम के 101 पौधे महेंद्रगढ़ पहुँच चुके हैं जिन्हें तालाब की पाल पर रपट तक के साथ ही साथ सरकारी विद्यालयों में भी सभी तरह की किश्म के आम के पौधे ही लगाएंगे ताकि आने वाले समय में महेंद्रगढ़ ग्राम पंचायत के साथ ही सरकारी स्कुलें भी आत्मनिर्भर बन सके जिससे उनके निजी खर्चे पैदा होने वाली आम की पैदावार से ही निकल जाए। साथ ही अगली खेप में शेष रहे पौधों को भी मंगवाकर शीघ्र ही लगाए जाएंगे।