छह महीनों में 964 डेबिट और क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर फोन-पे से 4 करोड़ की ठगी: 2 शातिर बदमाश गिरफ्तार
जयपुर पुलिस की स्पेशल क्राइम और साइबर थाना पुलिस ने 4 करोड़ की ठगी करने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी फोन पे के साथ कस्टमर सर्विस के नाम पर ठगी करते थे। पुलिस को आरोपी के पास से 4 लाख रुपए नकद, 70 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, 6 मोबाइल फोन, दुकान का किरायनामा, पैनकार्ड व आधार कार्ड मिले हैं। इसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस दोनों के दस्तावेजों की जांच कर रही है।
आईओ श्रवण कुमार ने बताया- 27 जून को थाने में फोन-पे की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। शिकायत में बताया- उनके साथ बीते छह महीनों में 964 कार्ड का उपयोग कर 3,97,28561 रुपए की ठगी की गई है। ये ठगी क्रेडिट और डेबिट कार्ड सर्विस प्रोवाइडर पे-बैक फैसिलिटी का दुरुपयोग करके की गई। इसमें ग्राहक के रुपए व्यापारी के खाते में ट्रांसफर नहीं होते हैं। जिसे फोन-पे अपने खाते से चुकाता है। ठगी के लिए 698 पे-बैक की रिपोर्ट पेंडिंग चल रही है। उसके बाद जब फोन-पे को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों शातिर इस तरह से करते थे ठगी- दोनों आरोपी फोन-पे कंपनी के साथ कस्टमर सर्विस के नाम पर जुड़े थे। जो फोन पे की पोस मशीन पर असफल हुए ट्राजंक्शन में लोगों की मदद करते थे। दोनों ने फोन-पे से जुड़ते वक्त गलत कागज जमा करवाए। इसके बाद दोनों आरोपी ठगी करने लगे। जब भी किसी फोन पे ग्राहक की शिकायत आती कि उसके खाते से पैसे कट गए, लेकिन पेमेंट लेने वाले व्यापारी के खाते में नहीं गए। तब दोनों ठग क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड सर्विस प्रोवाइड करने वाले बैंक से संपर्क करते थे। शिकायत के आधार पर बैंक आरोपियों से जुड़े फोन पे के खाते में पैसा जमा कर देता था। जो ये लोग शिकायत करने वाले (पेमेंट करने वाला या रिसीव करने वाला) को नहीं देते थे। खुद निकाल लेते थे। इसके बाद शिकायत करने वाले को आश्वासन देते रहते थे।
फोन पे बिजनेस को चलाने के लिए अपने बिजनेस अकउंट से पैसे शिकायत करने वाले को ट्रांसफर कर देता था। क्योंकि जब भी बैंक से पैसा आएगा वो शिकायत कर्ता से एडजस्ट कर लेगा। जब फोन पे को इसका पता चला तो दोनों आरोपियों ने फोन पे के साथ काम करना बंद कर दिया।
फर्जी क्रेडिट कार्ड से भी ट्रांजक्शन किए - कंपनी ने आरोपियों को भी पोस मशीन दे रखी थी। मशीन के जरिए फर्जीवाड़ा करने के लिए आरोपियों ने कुछ फर्जी क्रेडिट कार्ड भी बनवा रखे थे। इनके जरिए भी पोस मशीन से ट्रांजक्शन कर खाते से रुपए निकाल लेते थे।
लोकेशन ट्रेस कर पुलिस ने किया गिरफ्तार-शुक्रवार रात को दोनों आरोपियों की लोकेशन मालवीय नगर के रामनगर इलाके में मिली थी। शिकायत के आधार पर आरोपियों के पर्सनल नंबरों की जानकारी पुलिस को मिल गई थी। इसके आधार पर लोकेशन लेकर उनकी गिरफ्तारी की गई।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया- लालसोट के श्रीरामपुरा गांव के रहने वाले मनराज मीणा (24) को गिरफ्तार किया गया है। जो जगतपुरा में रहता है। साथ ही मेहंदीपुर बालाजी सिकराय स्थित गांव नाहरखोरा के रहने वाले लेखराज सेहरा (23) को गिरफ्तार किया है। जो फिलहाल श्याम विहार कॉलोनी मालवीय में रहता है।