खैरथल में श्वानों का आतंक: श्वानों के हमले में बालिका घायल, सिर व पैरों में जख्म
8-10 श्वानों ने किया हमला
खैरथल (हीरालाल भूरानी) कस्बे में हनुमान पहाड़ी के पास 8-10 श्वानों ने आठ साल की बच्ची पर हमला कर दिया। बच्ची के चिल्लाने पर आसपास के लोगों ने उसे श्वानों से बचाया। बच्ची के सिर, जांघ और पैरों में जख्म हो गए।
कस्बे के हनुमान पहाड़ी के पास रहने वाली बच्ची गरिमा के ताऊ पन्नालाल ने बताया कि वह घर के बाहर खेल रही थी। तभी आठ-दस श्वानों ने उस पर हमला कर दिया। श्वानों के हमले से घबराकर बच्ची के चिल्लाने और रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े और श्वानों को खदेडकर उसकी जान बचाई। परिजन बच्ची को खैरथल सेटेलाइट अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉ. अनुज गुप्ता ने उसका उपचार किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में श्वानों का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले 15-20 दिन में यह चौथी घटना है। लोगों ने नगर पालिका की टीम से श्वानों को पकडने की मांग की है।
अब तक इतने हुए घायल : - शहर की सड़कों पर लावारिस श्वानों का आतंक कायम है जो हर दिन लोगों को जख्मी कर रहे हैं। क्षेत्र में यह चौथी घटना है। इससे पहले एक जनवरी को किरवारी गांव में सात साल की बच्ची इकराना की श्वानों के हमले में मौत हो गई थी। 14 जनवरी को शाहपुर गांव की जनिस्ता व तीसरी घटना शहर के वार्ड 7 जोगीवाडा में 6 वर्षीय मासूम माहिरा पर श्वानों ने हमला कर घायल कर दिया था।
कलेक्टर ने श्वान पकड़वाने के निर्देश दिए थे, अफसरों ने नहीं माने
स घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। यह घटना 20 दिनों में चौथी बार हुई है जब स्ट्रीट डॉग्स ने किसी पर हमला किया हो। इससे पहले 1 जनवरी को किरवारी गांव में 7 वर्षीय इकराना पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। 14 जनवरी को शाहपुर गांव की तीन वर्षीय बच्ची और 15 जनवरी को जोगीवाड़ा मोहल्ले की छह वर्षीय मायरा पर भी हमले हुए, जिनमें वे गंभीर रूप से घायल हुईं।
सेटेलाइट अस्पताल के पीएमओ डॉ. नितिन शर्मा ने बताया कि अस्पताल में रोजाना 5-6 मरीज स्ट्रीट डॉग्स के काटने के आ रहे हैं। इनमें से कई मरीज गंभीर रूप से घायल होते हैं।
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल: - बच्ची के ताऊ पन्नालाल ने कहा कि खैरथल में स्ट्रीट डॉग्स का आतंक बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रशासन इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। स्थानीय निवासियों ने नगर परिषद और प्रशासन से इस समस्या का तुरंत समाधान करने की मांग की है। लगातार हो रही घटनाओं ने प्रशासन और नगर पालिका की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि स्ट्रीट डॉग्स काटने की बढ़ती समस्या पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो यह किसी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है।