धौलपुर में पंचायत पुनर्गठन बना विवाद का अखाड़ा, दो गांवों में गहराया आक्रोश

सरमथुरा: (नाहरसिंह मीणा) धौलपुर जिले में पंचायत पुनर्गठन प्रक्रिया के बीच सरमथुरा क्षेत्र के दो गांवों में गहरा विवाद उत्पन्न हो गया है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। खैरारा और हुलासपुरा समेत चार गांवों के लोग अपनी मांगों को लेकर लामबंद हो गए हैं और एसडीएम सुधा रानी मीणा को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
खैरारा गांव के ग्रामीण पंचायत पुनर्गठन से नाखुश हैं। उनका कहना है कि उन्हें ग्राम पंचायत खुर्दिया में शामिल किया गया है, जो उनके गांव से 10 किलोमीटर दूर है और मानसून में यह दूरी बढ़कर 15 किलोमीटर तक हो जाती है। ग्रामीणों को राशन लाने के लिए भी हर महीने 11 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। वे ग्राम पंचायत मडासिल में शामिल होना चाहते हैं, जो उनके गांव के नजदीक है । मांगें न माने जाने पर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है ।
वहीं, हुलासपुरा, कांसपुरा, खिन्नतर और कुमरपुरा के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत सुनकई में शामिल होने की प्रबल इच्छा जताई है। उनका कहना है कि वर्तमान ग्राम पंचायत बरौली काफी बड़ी है, जिससे विकास कार्य बाधित हो रहे हैं । खिन्नतर में तो आज तक सड़क जैसी बुनियादी सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। सुनकई में शामिल होकर ग्रामीण विकास की नई उम्मीद कर रहे हैं।
दोनों ही मामलों में ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है और वे अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस संवेदनशील मुद्दे को कैसे संभालता है और ग्रामीणों की शिकायतों का समाधान कैसे करता है।






