गौवंश की सेवा से मिलता है सूकून-मंहत प्रहलाद दास
राजगढ़ /अलवर /महावीर सैन
राजगढ (अलवर, राजस्थान/महावीर सैन) गौवंश की सेवा एक पुण्य कार्य है।इनकी सेवा करने से आतमि्क सूकून मिलता है। मानव के लिए गौ सेवा से बढ़ कर कोई बड़ी सेवा नहीं है। उन्होंने कहा कि सांसारिक जीवन में अगर सबसे बड़ी सेवा है तो गाय की सेवा है गाय विश्व की माता है। मानव समाज में भी मां शब्द कहना गाय से सीखा है। जब गौ वत्स रंभाता है तो मां शब्द गुंजायमान होता है। गौशाला में बैठकर किए गए यज्ञ हवन, जप तप का फल कई गुना मिलता हैं। गाय हमारी माता है एवं गौसेवा व रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है।
कस्बे की भौरंगी गौशाला मे शेखा की बगीची के मंहत प्रहलाद दास महाराज ने गौवंश के लिए दस पंखों को दान देते हुए कहा। उन्होंने प्रत्येक मानव को गौवंश की श्रृद्धानुसार सेवा करने की बात दोहराई। इस अवसर पर भौरंगी गौशाला के सेवकों सहित गौवंश प्रेमी मौजूद थे।