आमजन बोला-गांधानेर चारागाह पहाड़ के समीप खनन निकासी  की पिच तैयार 

खारिज खनन पटटे की बाहल होते ही वेैध की आड में अवेैध  की सुगबहाट,बांध की पाल को समतल जलसंसाधन विभाग ने नही किया, बांध की पाल को समतल करने व  गिटटी डालने की सूचना पर विभाग ने नोटिस भेजकर तीन दिन मे जबाब मांगा´

Apr 9, 2024 - 19:34
Apr 9, 2024 - 22:10
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आमजन बोला-गांधानेर चारागाह पहाड़ के समीप खनन निकासी  की पिच तैयार 
बंधी पाल, जे.सी.बी मशीन, बने मकान

पहाड़ी ,डीग - डीग जिले का पहाड़ी उपखण्ड में नागल क्रशर जॉन अवेैध खनन के करोबार के लिए सुर्खीओ में हमेशा से रहा है। एन.जी.टी  ,खनिज विभाग के नियमो को दरकिनार करके अवैध खनन का करोबार होना आमबात हो गई है।जिसमें हर कोई अपनी भागीदारी रखने की इच्छा रखता हेै।लम्बे वर्षो के बाद सत्ता परिवर्तन होते ही खनन माफियाओं की नजर गांधानेर जैसे चारागाह पहाड पर बनी है जिसकी चर्चा क्षेत्र मे जोरो पर है। वैध की आड में अवेैध  खनन के लिए जलसंसाधन विभाग की आड में प्लान को अंतिम रूप दे दिया गया है।
        राजस्थान की कामां में भले ही सत्ता परिवर्तन  हो गया हेै। लेकिन अवेध खनन के मामले में हालत पूर्व जैसे हेै यह हम नही कहते है यह आमजन कहने लगा है।जिसको लेकर  क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की चर्चाओ का बजार गर्म होने लगा है। 

          विडियों -बांध की पाल सडकनुमापाल, टूटे हुए पेड

जल संसाधन विभाग को समझे
जलसंसाधन विभाग का कार्य राष्ट्रीय संसाधन के रूप में पानी के विकास, सरंक्षण और प्रबंधन के लिए निति दिशानिर्देश और कार्यक्रम तैयार करने सिचाई,बाढ नियंत्रण,बहुउददेशीय परियोजनाओं का तकनीकी मार्गदर्शन,संवीक्षा, स्वीकृति प्रदान करना निगरानी करना आदि कार्य सम्पादित करता है।
सीमाज्ञान की आड में सडक़नुमा बनी बांध की पाल 
दिनांक19 मार्च2024 को कार्यलय सहायक अभियंता जलसंसाधन उपखण्ड कामां के पत्र क्रमंाक/ लेखा शाखा/2023-24/1025 के माध्यम से तहसीलदार पहाड़ी को  साहलपुर गांधानेर बंध की पाल पैमाइस एंव सीमाज्ञान कराने के लिए सहायक अभिंयता के हस्ताक्षयुक्त पत्र दिया गया।जिसमें पाल पर अतिक्रमण करने पाल को काट देने को लेकर सीमाज्ञान के लिए पटवारीयो की कमेटी बनाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया।जिसके आधार पर पहाडी के स्थानिय प्रशासन ने पुलिस व हल्का पटवारी के साथ मिलकर पाल की पैमाइस कर दी गई।देर रात तक मोैके पर बांध की पाल  को ज.ेसी.बी मशीन चलवाकर सडक़नुमा बनाकर तैयार कर दिया गया। जिसमे अनेको पेड पोैधे टूट गए या सडकनुमा पाल मे दब गए,जो पाल की मजबूती के लिए खडे हुए थे। 
पहाड की पृष्टभूमि- 
गांधानेर का कोचरा चारागाह का पहाड़ है जिसमे नियामानुसार खनन नही किया जा सकता है।इस पहाड से सटा सालपुर का पहाड भी हेै जिसमें एक हरियाणा के व्यक्ति ने लीज पटटे के लिए आवेदन किया था।केई वर्षो पूर्व सालपुर में स्थित लीज की आड में पहाड मे अवैेध खनन बडे स्तर पर होने लगा। पहाड़ का दूसरा हिस्सा हरियाणा सीमा की तरफ है।जहॉ समीप में क्रशरें स्थापित है। ये पहाड हरियाणा, राजस्थान सीमा को जोडते है।सालपुर लीज वेैध की आड में अवेध खनन चारागाह पहाड में जोर से होने लगा। जिसकी शिकायते उच्चाधिकारियो तक पहुची। यहॉ तक की हरिबोल बाबा ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर जन अन्दोलन कर दिया।यहॉं तक पहाड़ मे अवेध खनन करने को लेकर दो पक्षो मे झगडे फिसाद के अलावा गोलीया तक चल गई। इस खनन काराबोर को लेकर केई पुलिस के अधिकारी चपेट में आ गए थे। सूत्रो की माने तो अब फिर से उपरोक्त खारिज लीज को वाहल कराने की जुगत जारी है।
मशक्त के बाद पूर्व में रूका अवेध खनन
केई वर्षो पूर्व खनिज विभाग ने इस अवेध को रोकने के लिए टीम गठित कर जॉच रिर्पोट मांगी गई।तत्कालीन टीम के अधिकारियो की रिर्पोट के आधार पर उपरोक्त लीज को खारिज कर दिया गया। उसके बाद अवेध खनन पर अकुंश लग सका है।अब फिर से सरकार बदलते ही अवैध खनन करने के लिऐ पृष्ट भूमि तैयार किए जाने की सूचना ग्रामीणो से मिल रही है।
सवाल मांगते हेै जबाव 

  • विभाग ने जे.सी.बी मशीनो से क्यो बंधवाई पाल मरम्मत के लिए मजदूर क्यो नही ?
  • हल्का पटवारी व जलसंसाधन विभाग ने कितने अतिक्रमणीओ को पाल तोडने का नोटिस दिया?
  • बांध की पाल को सडक़नुमा क्यो बनाया गया?
  • बांध की पाल,पहाड की बाल में कितने मकान झोपडी बनी है रिर्पोट क्यो नही?
  • खनिज विभाग सालपुर के पहाड़ मेंं आवेदित खनन पटटे को किस आधार पर वहाल करने में जुटा है? 

आमचर्चा -  इस पाल की आड में बनी सडक को लेकर क्षेत्र मे चर्चाओ का बाजार गर्म है। सूत्रो की माने  गत दिनो  राजस्थान व हरियाणा के दो माफियॉं जो राजनेतिक पहुचवाले बताऐ जा रहे है। जो पुलिस के आलाधिकारी से मिलने पहुचे।जिनके मिलने की खबर को इस अवेध खनन कारोबार से जोड कर देखा जा रहा है।जो चर्चा  का विषय बनी हुई है।इस मामले में जलसंसाधन विभाग के कनिष्ट अभिंयता से सम्र्पक करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होने फोन रिसिव नही किया है।
इनकी कहन-
* पूर्व कामां प्रधान रविन्द्र जैन का कहना है किसी भी कीमत पर अवेध खनन नही करने दिया जावेगा। यदि इस तरह की मिलीभगत से वेध की आड मे अवेध खनन शुरू किया गया तो सरकार नितिअनुसार अवेध को बर्दास्ता नही किया जावेगा। 
         *कामां निवासी विजय मिश्रा समाज सेवी का कहना है यह मामला संज्ञान मे आते ही अधिकारीयो की संज्ञान मे डाल दिया गया है। आवश्यकता पडी तो न्यायालय की शरण ली जावेगी। 
   जलसंसाधन  सहायक अभिंयता योगेश कुतंल का कहना है हमने तहसीलदार को पैमाइस के लिए लिखा था। पैमाइस की रिर्पोट अभी पटवारी ने दी नही है।पैमाइश के समय कनिष्ठ अभियंता मोजूद थे। अतिक्रमण तो हटा दिऐ है। हमने पाल पर रोड नही बनाई है। संज्ञान मे आया जिसने पाल को समतल किया गया है। संज्ञान में आया है वह पाल पर ग्रेवल रोडी डाले जाने की सूचना मिलने पर उस व्यक्ति को नाम घ्यान नही है उसे नोटिस जारी कर तीन दिन में जबाब मांगा गया है।पाल काटने पर अतिक्रमणियो  के खिलाफ कार्रवाही की जाती है।
 *हल्का पटवारी नासिरअली का कहना है हमारे पास आदेश थे बांध की पाल की पैमाइस की गई। जिसमें कुछ अतिक्रमण कर काश्ताकारो ने पाल को डेमेज कर तोड रखा था। अतिक्रमण व पाल तोडने वालो के नाम नही पता हेै ना ही कार्रवाही की गई। जलसंसाधन विभाग ने पाल को बंधवा दिया था।पाल बंधने केे समय मैं मौके पर नही था।मौका पर्चा में अतिक्रमणो के नाम नही दिए गए है। जो तहसील मे जमा करा दिया गया है। 
*जलसंसाधन विभाग कनिष्ठ अभिंयता आबिद खान का कहना था पैमाइश में गया था उस मे दो तीन जगह अतिक्रमण था। अतिक्रमणीओं के नाम तो नही है।जहॉ से पाल का कटाव था। जहॉ जहॉ अपनी जमीन थी उसको मशीन से बंधवा दिया था। पाल को समतल नही किया गया है।मुझे पाल समतल की पता नही है पाल पर गिटटी क्यो डलेगी। 

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