बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती मनाई
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव)
जल संघर्ष समिति के तत्वावधान में जारी फुले अम्बेडकर जन्मोत्सव पखवाड़ा कार्यक्रमों के तहत आज किशोरपुरा चंवरा, मणकसास आदि अधिक्तर गांवों में अपने अपने स्तर पर पानी संघर्ष समिति की ग्राम इकाईयों के प्रतिनिधियों व ग्रामवासियों के साथ मिलकर संविधान रचयिता बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर साहब की 133 वीं जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई , जिसमें बाबा साहेब के आदर्शों को आत्मसात करने की बात कही गई।
चंवरा में फुले अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभी ने पुष्पांजलि करते हुए , साईं होण्डा मालिक बाबू लाल ने कहा कि कट्टरपंथी समाज के सामने डटकर तत्कालीन प्रतिकुल परिस्थितियों में भी बाबा साहेब ने वो काम किया जो हम आज भी नहीं कर सकते,हमारे अधिकाऱो के लिए किस तरह से लड़ाईयां लड़ी होगी,ये एक गम्भीर सोचनीय विषय है।
अध्यक्ष नथू राम ने बाबासाहेब की जीवनी पर प्रकाश डालकर उनके जीवन से प्रेरणा लेकर हमारी मूलभूत आवश्यकता शुद्ब पेयजल के लिए पानी सत्याग्रह में आप सभी को बढ़ चढ़कर भाग लेना होगा अन्यथा ऐसे ही पानी नहीं मिलने वाला है।
संघर्ष समिति संयोजक के के सैनी बताया कि आज उस महान् व्यक्तित्व की जयंती है जिन्होंने संविधान के माध्यम से वो कर दिखाया जो भगवान नहीं कर पाया, सदियों से वंचितों को,बेड़ियों में बंधें हुए समाज को मुक्ति का अधिकार दिलाया। अम्बेडकर साहब हमारे लिए भगवान से कम नहीं है।इसी तरह ज्योतिबा राव फूले ने महिलाओं को शिक्षा का द्बार खोलकर बराबरी का अधिकार दिलाया।
फुले अम्बेडकर ने ही वंचितों के लिए पानी सत्याग्रह का आंदोलन चलाया था,जो इतिहास में पानी का सबसे बड़ा पानी सत्याग्रह आंदोलन बना, फुले अम्बेडकर के संघर्षों से प्रेरणा लेकर आज एक बार फिर शुद्ध पेयजल के लिए सबको उठ खड़ा होना होगा ,जन जन को जगाने के लिए संघर्ष समिति 10अप्रैल से लगातार ऐसे कार्यक्रम चला रही है।
इस दौरान अन्य में बाबूलाल,याद राम, राकेश कुमार, नरेंद्र कुमार, पप्पू राम, मुकेश कुमार, सरदारा राम,जीतु,, राजेश कुमार, प्रताप सिंह, सम्मी,जाफर भाई,रोशन लाल रसीद खान, लियाकत अली खान आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहे।