2100 कुंडीय रुद्र महायज्ञ मे निकली 5100 कलश की विशाल शोभायात्रा
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) 2100 कुंडीय रुद्र महायज्ञ के आरंभ के शुभ मौके पर 5100 कलशो की कलश यात्रा 30 अप्रैल प्रात: 7 बजे कस्बे स्थित पंचायत समिति परिसर से आरंभ हुई। जो कि कस्बे के मेंन बाजार नए बस स्टैंड होते हुए मालाखेड़ा रोड भगत सिंह सर्किल जालूकी रोड कनवाडा होते हुए जावली पहुंची । इस अवसर पर कस्बे में जगह-जगह कलश शोभा यात्रा का स्वागत सत्कार किया गया ।
निकटतम ग्राम जावली में 30 अप्रैल से 9 मई तक श्री राम कथा का आयोजन होगा। और 10 मई से 17 मई तक शिव कथा का आयोजन होगा। तथा प्रतिदिन रात्रि रासलीला का आयोजन होगा। राम कथा के उपरांत 11 मई से यज्ञ का प्रारंभ होगा। जिसकी समाप्ति 18 मई को होगी। 19 मई तथा 20 मई को दोपहर 12 बजे से महाराज जी प्रवचन देंगे। और 21 मई को 11 बजे से सायकाल तक समापन समारोह में विशाल महाप्रसादी आयोजित की जाएगी । इतना बड़ा महायज्ञ पूर्ण विश्व में पहली बार होगा। लक्ष्मणगढ़ कस्बे से शुरू की गई शोभायात्रा जावली पहुंची।
इक्कीस मई तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन में राम कथा,शिव पुराण रूद्र यज्ञ रास लीला राम लीला और अंत में विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा।देश भर के तपस्वी साधु संत जावली पहुंच रहें हैं।इक्कीस सौ कुंडीय रुद्र महायज्ञ राजस्थान प्रदेश का पहला अनूठा यज्ञ है। मौनी बाबा संत शोभा नंद भारती की पहल से जावली गांव धर्म नगरी बन गया है।यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ,बागेश्वर सरकार समेत अनेक मठाधीश इस आयोजन मे आमंत्रित किए गए हैं।आस पास के सैकड़ों गांव ढाणी इस आयोजन से जुड़े हुए हैं।मेवात में हो रहे इस अनूठे महायज्ञ में गांव गांव ढाणी ढाणी का बच्चा -बच्चा यहां श्रमदान कर रहा है।साधु संतों और सनातनियों की सेवा के लिए ग्रामीण लोग एवं नवयुवक बगैर किसी भेदभाव के लगे हुए हैं। लोगों ने अपने गाड़ी घोड़े यज्ञ स्थल पर सेवा कार्य के लिए लगाए हुए हैं । सारे संसाधन सेवा के लिए झोंक दिए गए हैं। ऐसा नज़ारा मेवात क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ के जावली गांव में देखने को मिलेगा है।संत शोभानंद भारती बिना बोले इशारों इशारों में ही सबके लिए सत्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।सनातन की ध्वज पताका फहराने में संत शोभानंद ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर रखा है।कुछ वर्ष पहले बाबा ने फतेहपुर सीकरी में भी अपने शिवा आश्रम में पांच सौ कुण्डी यज्ञ किया था।अब अपनी जन्म स्थली जावली में कुछ दिन पहले आकर बाबा ने चिमटा गाड़ दिया है।
मात्र 28 साल के संत ने यहां बड़ा आश्चर्य कर दिया लोगों का मानना है कि सौ बीघा जमीन पर अयोजित हो रहे इस अनूठे महायज्ञ में इक्कीस दिनों तक लाखों लोग महायज्ञ में शिरकत करेंगे। प्रतिदिन साधु संतों का सत्संग होगा। नियमित लंगर की सुविधा रहेगी। संपूर्ण क्षेत्र भक्ति मय होगा।
- कमलेश जैन