बाबा हरदेव सिंह जी को समर्पित समर्पण दिवस हर पल में निरंकार के प्रति समर्पित होकर जीवन जिए
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) युगो युगो से संतो अवतारी पुरुषों ने संपूर्ण मानवता को एक परमात्मा से जुड़कर भक्ति करने का संदेश दिया व इंसान का इंसानियत संयुक्त जीवन होना परम आवश्यक है यह शिक्षा भी दी उक्त विचार निरंकारी सत्संग भवन पर निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी की पावन स्मृति में आयोजित समर्पण दिवस के अवसर पर जिला संयोजक सोमनाथ निरंकारी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहे।
आगे संत श्री ने कहा कि महापुरुषों पीर पैगंबरों ने सदा सदा से सत्य का संदेश दिया मगर इंसान ने सदा से उन महापुरूषों पीर पैगंबरों को कष्ट दिया और सत्य की आवाज को दबाने का प्रयास किया , निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी का संपूर्ण जीवन मानवता को समर्पित रहा जब हम हर पल इस निरंकार प्रभु प्रतिपूर्ण अपना जीवन पर चले जाते हैं तब वास्तविक रूप से मानवता के कल्याणर्थ हमारा जीवन समर्पित हो जाता है
यह आशीष वचन सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज द्वारा समर्पण दिवस के अवसर पर व्यक्त किए गए इसके विपरीत जब हम स्वयं को परमात्मा से न जोड़कर केवल इन भौतिक वस्तुओं से जोड़ लेते हैं तब क्षणभंगुर सुख सुविधाओं के प्रति ही हमारा ध्यान केंद्रित रहता है जिस कारण हम इसके मोह मैं फंसकर वास्तविक आनंद की अनुभूति से वंचित रह जाते हैंजब हम परमात्मा से जुड़ जाते हैं तब ईश्वर का प्रेम और रजा ही सर्वोपरि बन जाते हैं सत्संग के दौरान सभी गीतकार वक्ता एवं कवि महात्माओं ने बाबा हरदेव सिंह जी की द्वारा दी गयी शिक्षाओं पर आधारित जीवन जीने का संदेश दिया ।