पर्यावरण सेवकों ने भालनी सरपंच के परिवार में आयोजित सामाजिक समारोह को रखा पूर्णतया सिंगल यूज प्लास्टिक व नशामुक्त
समारोह स्थल पर भव्य पर्यावरण संरक्षण प्रदर्शनी लगाकर लोगों को किया पर्यावरण के प्रति जागरूक - नशे की जगह मेहमानों को परोसा काजू, किशमिश,बादाम,अंजीर व पिस्ता
भीलवाड़ा : राजकुमार गोयल
भालनी:- मन में कुछ करने की ललक हो तो समाज में और परिवार में बदलाव लाना कोई मुश्किल नहीं है।ऐसा ही उदाहरण पेश किया भालनी के वर्तमान सरपंच मंगली देवी व जिला परिषद सदस्य धोली देवी के परिवार ने।सियाक परिवार ने राजनैतिक क्षेत्र में होने के बावजूद भी घर में आयोजित सामाजिक समारोह को पूर्णतया नशा व सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त रखा।इस संदेश को जन-जन तक पहूंचाने के लिए पर्यावरण संरक्षण में पिछले 25 वर्षों से निस्वार्थ भाव से मानव सुधार का प्रयास कर रही कोशिश पर्यावरण सेवक टीम को बुलाया।तो टीम अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद खमुराम बिश्नोई के नेतृत्व में 15 पर्यावरण सेवकों के साथ सेवा देने पहूंची और समारोह स्थल में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती भव्य पर्यावरण प्रदर्शनी लगाई व भोजनशाला में भोजन का जूठन न छोङे इसके लिए भोजनशाला में जगह-जगह बैनर व तख्तियां लगाकर लोगों को अन्नदेव का आदर करने हेतु प्रेरित किया व भोजन का जूठन न के बराबर करने दिया।
साथ ही मेहमानों को प्राचीन भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने हेतु तांबे के लोटों से जलपान कराकर नशा नहीं करने का संकल्प दिलवाया। समारोह स्थल पर मेहमानों के हाथों से पेङ लगाकर लोगों को संदेश दिया कि खुशी हो या गम इस अवसर पर हमें एक पेड़ अनिवार्य रूप से लगाना है सभी ऐसा करेंगे तो ही प्रकृति पर्यावरण प्रदूषण से बच सकेगी। सामाजिक समारोह में पर्यावरण सेवक खमुराम बिश्नोई, किशनाराम बांगङवा, स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई, वृक्षमित्र हरिराम गोदारा, जितेन्द्र खिचङ,बुधाराम कावां, मोहनलाल कावां,सोमारी बाई ,मंगीलाल ,पुखराज,भगवाना राम किसान नेता,प्रेम भाई , ओमप्रकाश,कमलेश, सुनील,वर्सा,सुशीला ,संजय, विनय रविश,सुभाष, अक्षय, मोहित, मनीसा, सीमा,संतोष, नेहा व सूबेदार से सेवानिवृत्त सूरजमल सियाक सहित कई सेवकों ने पूरे दिन मेहमानों को तांबे के लोटों से जलपान कराते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।