किसानों की क्षमता वृद्धि के लिये नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम राज्य से 100 युवा किसानों को विदेश प्रशिक्षण हेतु भिजवाया जाना प्रस्तावित
राजकिसान पोर्टल पर 10 सितम्बर तक कर सकते हैं आवेदन
भरतपुर, 03 सितम्बर। माननीय मुख्यमन्त्री की बजट घोषणा के तहत वर्ष 2024-25 में किसानों की क्षमता वृद्धि के लिये नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम अन्तर्गत राज्य से 100 युवा किसानों को विदेश प्रशिक्षण हेतु भिजवाया जाना प्रस्तावित है।
संयुक्त निदेशक उद्यान खण्ड भरतपुर योगेश शर्मा ने बताया कि ऐसे प्रगतिशील किसान जो दुग्ध उत्पादन, पशुपालन, उद्यानिकी तथा कृषि के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहे हैं एवं जिला स्तर या राज्य स्तर पर पुरस्कृत हैं तथा जिनके पास पासपोर्ट है वह अपना आवेदन राजकिसान पोर्टल पर 10 सितम्बर, 2024 तक कर सकते हैं।
कृषि क्षेत्र हेतु चयन मापदण्ड- संयुक्त निदेशक ने आवेदक की आवश्यक योग्यता के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि कृषक के पास कम से कम एक हैक्टेयर कृषि भूमि का भूस्वामित्व हो। विगत 10 वर्षों से लगातार अपनी कृषि भूमि पर खेती कर रहा हो। कृषक द्वारा उच्च कृषि तकनीक (संरक्षित खेती, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग, सौर उर्जा पम्प, ड्रोन, फर्टीगेशन, ऑटोमेशन, फार्म पोण्ड, डिग्गी) अपनाई जा रही हो। कृषक चयन कृषि विभाग द्वारा जिला, राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु चयन किया गया हो। कृषक पंचायती राज संस्था, सहकारी संस्थ, वाटर यूजर एसोसिएशन, कृषि मण्डी आदि में विगत 10 वर्षों में किसी पद पर रहा हो या एफपीओ का सदस्य हो। कृषक की उम्र 50 वर्ष से कम हो। उन्होंने बताया कि कृषक के विरूद्ध पूर्व, वर्तमान में संज्ञेय अपराध के प्रकरण लम्बित न हो। कम से कम माध्यमिक स्तर की शैक्षणिक योग्यता धारक हो। कृषक के पास वैध पासपोर्ट हो।
दुग्ध उत्पादक, पशुपालक क्षेत्र के लिये चयन मापदण्ड - संयुक्त निदेशक ने बताया कि कृषक वास्तविक रूप से कम से कम 20 गाय, भैंस की डेयरी या 10 ऊँट या 50 भेड़, बकरी का स्वामित्व रखता हो। विगत 10 वर्षों से डेयरी या पशुपालन पेशे से जुडा हो। उच्च पशुपालन, डेयरी तकनीक अपनाई जा रही हो। कृषक का चयन कृषि या पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालन, डेयरी क्षेत्र में जिला, राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु चयन किया गया हो। कृषक अपने क्षेत्र में अगुवा पशुपालक के रूप में जाना जाता हो। कृषक पंचायती राज संस्था, सहकारी संस्था, वाटर यूजर एसोसिएशन, कृषि मण्डी आदि में विगत 10 वर्षों में किसी पद पर रहा हो या एफपीओ का सदस्य हो। कृषक की उम्र 45 वर्ष से कम हो। कृषक के विरूद्ध पूर्व, वर्तमान में संज्ञेय अपराध के प्रकरण लम्बित न हो। कम से कम माध्यमिक स्तर की शैक्षणिक योग्यता धारक हो। कृषक के पास वैध पासपोर्ट हो। उन्होंने बताया कि उक्त पात्रता के आधार पर स्कोर क्राइटेरिया निर्धारित कर किसानों का चयन किया जाना है।
अब हमारे किसान विदेशों में सीखेंगे खेती के गुर - संयुक्त निदेशक उद्यान खण्ड भरतपुर योगेश शर्मा ने बताया कि यह जिले के किसानों के लिए यह अच्छी खबर है। विदेशों मे होने वाली हाइटैक खेती के गुर सीखने के लिए प्रदेश के किसान विदेश में भ्रमण करने जाएंगे। नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम के तहत होने वाले भ्रमण के लिए प्रदेश के दस कृषि संभागों से किसानों का चयन किया जाएगा। भ्रमण के लिए खेती और डेयरी में विशेष उपलब्धि के लिए पहचान बनाने वाले सम्मानित किसानों का चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चयन के लिए किसान खुद राजकिसान साथी पोर्टल पर 10 सितम्बर, 2024 तक आवेदन कर सकेंगे। उद्यानिकी आयुक्त जय सिंह ने प्रोग्राम के प्रथम चरण के चयन के लिए सभी जिलों के लिये गाइड लाइन जारी है।
एफपीओ सदस्य होना जरूरी - उन्होंने बताया कि चयनित किसान का एफपीओ का सदस्य होना जरूरी है। 50 साल से कम आयु वाला पात्र किसान का पासपोर्ट धारक होना जरूरी है। किसान पिछले दस साल से अपने नाम एक हैक्टेयर भूमि में खेती कर रहा हो। पशुपालन क्षेत्र से जुडा होने पर संधित का हाइटैक तरीके से दस साल से किसी भी डेयरी से जुडा होने सहित कई शर्त शामिल की गई हैं। उन्होंने बताया कि भ्रमण के दौरान किसान कम भूमि और कम पानी में पॉलीहाउस व ऑफ सीजन में बेहतर खेती व पशुपालन करने के तरीके सीखेंगे। पूर्व में राजस्थन के किसान इजराइल में तकनीकी प्रशिक्षण हासिल करने गए थे।
जल्द प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी - उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत सीकर, भरतपुर, भीलवाडा, बीकानेर, गंगानगर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर से डेयरी और कृषि क्षेत्र के किसानों का चयन किया जाना है। इसके लिए गाइडलाइन मिल गई है। जल्द ही प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
- कौशलेन्द्र दत्तात्रेय