बावड़ी स्थानीय कस्बे में शनिवार शाम निकाली गई ठाकुर जी की रैवाडियो में हजारों की संख्या में उमड़ा ग्रामीणों का जनसैलाब
बावड़ी कस्बे में करीब आधा दर्जन कृष्ण भगवान के मन्दिरो से देव झुलनी एकादशी पर निकाली गई ठाकुर जी की रैवाडिया चारभुजानाथ मन्दिर से विशाल शोभायात्रा के रुप में शनिवार शाम साढ़े पांच बजे रवाना हुई। धीरे धीरे करते कस्बे के छह मन्दिरो से विशेष पुजा अर्चना के पश्चात एक के बाद एक करके कस्बे के प्राचीन जलाशय मेघसागर की ओर रवाना हुई तो बावड़ी के विभिन्न मोहल्लों से हजारों की संख्या में ग्रामीण पुरुष व महिलाओं का हुजुम उमड़ पड़ा। ठाकुर जी के रैवाडियो के साथ चल रहे ग्रामीण श्रद्धालु हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की सहीत विभिन्न गगन भेदी जयकारे लगाते हुए शोभायात्रा के साथ चल रहे थे वही ग्रामीण महिलाओं द्वारा विभिन्न मंगल गीतों की स्वर लहरियां बिखेरतीं हुई शोभायात्रा में चार चांद लगा रही थी । कस्बे के बही का बास स्थित ठाकुर जी के मन्दिर से विशाल शोभायात्रा के रुप में रैवाडी रवाना हो कर चारभुजानाथ मन्दिर के सामने पहुंची तो वहां शोभायात्रा के साथ चल रहे ग्रामीणों का गर्मजोशी के साथ भव्य स्वागत किया। तत्पश्चात कस्बे के ठाकुर जयन्दरसिह भाटी विरेन्द्रसिंह भाटी ने मन्दिर पुजारी अम्बालाल सेवग के सानिध्य में विशेष पूजा अर्चना कर चारभुजानाथ मन्दिर से ठाकुर जी की रैवाडी रवाना हुई तो मन्दिर के बहार चोक में खड़े हजारों की संख्या में खड़े ग्रामीण सध्दालुओ विभिन्न गगन भेदी जय जयकारो से पुरा वातावरण गुंजायमान कर दिया और रैवाडियो की शोभायात्रा सुनारों के मोहल्ले में पहुंची तो वहां भडियासरो के बांस स्थित कृष्ण कन्हैया के मन्दिर से एक और रैवाडी रवाना हुई और श्रद्धालूओं का कारवा बढ़ता गया और ज्योह ज्योह पुरा माहौल भक्तिमय होने लगा नाईयों के मोहल्ले में शोभायात्रा पहुंची तो वहां के ठाकुर जी के मन्दिर से एक और कृष्ण कन्हैया की रैवाडी शोभायात्रा में साथ रवाना हुई तो रैवाडी के साथ चल रहे ग्रामीण नन्द के घर आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की सहीत विभिन्न जय जयकारे से पुरा वातावरण भक्तिमय हो गया और महिलाएं शोभायात्रा में नाना प्रकार के मंगल गीतों की स्वर लहरियां बिखेरतीं हुई पिछे पिछे चल रही थी और मालियो के मोहल्ले के ठाकुर जी के मन्दिर से एक और रैवाडी शोभायात्रा में शामिल हुई।
ठाकुर जी रैवाडियो की शोभायात्रा कस्बे के कुम्हारों का बास चारभुजानाथ मन्दिर प्रांगण पुराना बाजार सुनारों का मोहल्ला भडियारो का बास नाईयों का बास मालियो का मोहल्ला खटीको का बास लखारो का मोहल्ला होते हुए शोभायात्रा जाखड सदन पहुंचीं तो साथ चल रहे ग्रामीण जनों के लिए ठण्डे पेय की व्यवस्था कि गई और ब्रह्मपुरी से रवाना हुई एक और रैवाडी शोभायात्रा में शामिल नहीं हुईं तों कुछ समय के लिए शोभायात्रा को वहीं रोका गया तथा थोड़ी देर बाद रैवाडी वहां पहुंच गई और शोभायात्रा का काफिला धीरे धीरे मेघसागर जलाशय की और बढ़ने लगा तथा पुजारियों ने जलाशय के बहार बड़ा साफ कपड़ा जमीन पर बिछाकर समी छहों पालकियां नीचे उतार कर कृष्ण भगवान को स्नान करवाने के लिए सभी छहों पुजारियों ने ठाकुर जी की सभी प्रतिमाओं को जलाशय के अन्दर लेजाकर विध्दि विधान के साथ विशेष रूप से पुजा अर्चना कर चारभुजानाथ को नहलाया गया और सभी पुजारी एक साथ जलाशय से बहार निकल कर ठाकुर जी की प्रतिमाओं को वापस पालकी में विराजमान किया गया और सभी लोगों के साथ विशेष आरती का आयोजन किया गया। इसके बाद ग्रामीणो ने अपने अपने खेतों से बाजरे का सीटा मतीरा काचर आदि का भोग लगाकर प्रसादी वितरण कि गई । ढोल नगाड़ों के साथ सभी पालकियां अपने अपने मन्दिरों में पुजारियों ने पहुचा कर नीज स्थान पर विराजमान करवाया गया और शाम की विशेष आरती के साथ पुजा अर्चना कर क्षेत्र में शुख शान्ति की कामनाएं कि गई।
- निसार गौरी