आरोग्य सप्ताह के तहत महिलाओं के स्वास्थ्य पर हुई व्याख्यान शाला
उदयपुरवाटी (सुमेरसिंह राव) कस्बे की राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में आरोग्य सप्ताह के तहत महिलाओं के स्वास्थ्य पर व्याख्यान शाला का आयोजन हुआ । प्रधानाचार्य बीएल महरिया की अध्यक्षता में आयोजित हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडवोकेट मोतीलाल सैनी थे । इस अवसर पर कार्यक्रम प्रभारी वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेन्द्र कुमावत ने महिलाओं के स्वास्थ्य पर व्याख्यान देते हुए कहा की दादी नानी के नुस्खों से निकलकर आयुर्वेद आज इंटरनेट पर अपने विशेष गुणों के कारण जा पहुँचा है, लेकिन ज्ञान के अभाव में आज भी मानो आयुर्वेद अपने रसोई घर में ही छुपी हुई है, इसलिए सैदव निरोग रहने के लिए हमें अपने जीवन में आयुर्वेद को महत्व देना चाहिए।
हमें आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए अपने घर - रसोई में रखे दूध,दही,सूखे मसाले,सूखे मेवे,हर्बल्स उत्पाद व औषधीय पौधों के विशेष महत्व को व इनकी उपयोगिता को सेहत के लिए सही मायने में जानना जरूरी है,उन्होंने कहा आयुर्वेदिक उपचारों का मुख्य उद्देश्य उचित पोषण, रोग की रोकथाम और निदान के आधार पर विशेष उपचार कर स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना है। बालिकाओं को बताया की बढ़ती उम्र में योगऔर प्राणायाम का अभ्यास जरूरी है,तो शरीर की सुंदरता के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां और स्नेहयुक्त भोजन का सेवन करना चाहिए।नारी स्वास्थ्य के लिए सिंघाड़ा,हरा धनिया, कच्ची मूंगफली,राजमा और चावल, शतावरी का चूर्ण,ताल मखाने, अखरोट,अंजीर और अनार खाना लाभदायक रहता है, इनके सेवन से खून की कमी नहीं होती है और न ही हार्मोनल व प्रजनन संबंधी स्त्री रोग होती है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडवोकेट मोतीलाल सैनी ने कहा कि अच्छे एवं बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है कि हम लोग हमारे दैनिक जीवन में योग को अपनाते हुए,संतुलित आहार का सेवन करें और बदलते मौसम के अनुसार हम अपने खान पान व रहन सहन को भी बदलते रहें। प्रधानाचार्य बीएल महरिया ने शाला में हुए इस व्याख्यान आयोजन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए डॉ. कुमावत का आभार व्यक्त किया। इस दौरान व्याख्यान शाला में उपप्राचार्य रतन सैनी, बहादुर मल डांडिया, मनोज कुमार, तारामणि, सुनीता गुर्जर, दिनेश सैनी सहित विद्यालय की समस्त छात्राएं मौजूद रहीं ।