समराथल फाउंडेशन शिक्षक सम्मेलन संपन्न, शिक्षा मनुष्य का अमूल्य धन जो खर्च करने से बढता है :- बिश्रोई
भीलवाड़ा (राजकुमार गोयल) धोरीमन्ना समराथल फाउंडेशन द्वारा पहली बार समराथल फाउंडेशन शिक्षक सम्मेलन का आयोजन मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर पॉलिटेक्निक कॉलेज जोधपुर में संपन्न हुआ जिसमें बाड़मेर जिले सहित प्रदेश भर के हजारों शिक्षकों ने बड़ी उत्साह और उमंग के साथ में भाग लिया। समराथल फाउंडेशन सोसाइटी के बैनर तले पहली बार प्रदेश स्तरीय बिश्नोई शिक्षक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए संस्थान के अध्यक्ष अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश बिश्नोई ने कहा कि शिक्षक समाज वह समाज है जो दूर रेतीले धोरों में दबी हुई जरूरतमंद प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को खोज करके उनकी प्रतिभाओं को कैसे निखारा जाए और उनका जीवन में आगे बढ़ाने के अवसर कैसे उपलब्ध करवाया जाए इसका पूर्ण ज्ञान अगर किसी के पास में है तो वह केवल शिक्षक के पास हैं समाज के शिक्षक अगर पूर्ण लगन निष्ठा और समर्पण भाव से जरूरतमंद प्रतिभाशाली विद्यार्थियों तक अपनी पहुंच बनाकर उनको समराथल फाउंडेशन का प्लेटफार्म उपलब्ध करवा करके जीवन में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेंगे तो इस दुनिया में उससे बढ़कर कोई पुण्य का काम नहीं हो सकता।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फलोदी के विधायक ढाका रत्न मास्टर पब्बाराम बिश्नोई ने कहा कि कहा की शिक्षा मनुष्य का अमूल्य धन जो खर्च करने से बढता है जिसका कभी बटवारा नहीं होता इसलिए व्यक्ति को जीवन भर शिक्षण जारी रखते हुऐ आगे बढना चाहिए।
पूर्व संयुक्त निदेशक डॉ भल्लूराम खीचड़ ने कहा की अनुशासन जीवन का आभूषण है अनुशासन व्यक्ति के जीवन को चमकदार और तेजपूर्ण बनाता अनुशासन के साथ किया गया हर कार्य सफल और सार्थक होता हैं।
फाउंडेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ धर्मपाल बेनीवाल ने समराथल फाउंडेशन की कार्य योजना उद्देश्य एवं पूर्व में किए गए कार्यों का लेखा जोखा पेश करते हुए कहा कि फाउंडेशन की बहुत सी प्रतिभाओ ने बहुत कम समय में बहुत शानदार सफलताएं प्राप्त की है यह आप सब के द्वारा दिए गए सहयोग समर्पण एवं कर्तव्यनिष्ठता का ही परिणाम है कि जरूरतमंद प्रतिभाशाली विद्यार्थियों तक अपनी पहुंच बना करके उनको अवसर उपलब्ध करवा करके जीवन में सफल होने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाया है
लालासर के महंत युवा विद्वान संत स्वामी सच्चिदानंद आचार्य ने कहा की किस परिवार की आर्थिक स्थिति कैसी है आर्थिक स्थिति से कमजोर परिवार में प्रतिभाशाली विद्यार्थी है जो जीवन में आगे तो बढ़ना चाहता है लेकिन उसके पास में संसाधनों की कमी है ऐसे विद्यार्थियों की अगर किसी के पास में जानकारी है तो वह शिक्षक समाज को है शिक्षक समाज एक ऐसा समाज है जो हर घर तक उसकी अपनी एक पहुंच हैं वह विद्यार्थी को जीवन में कैसे आगे बढ़ सकता है इसकी सही राह बता सकता है।
स्वामी रामाचार्य महाराज ने समराथल फाउंडेशन की और से किया जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जरूरतमंद एवं होनहार प्रतिभाओं के लिए बासनी बैंदा में बहूद्देशीय आधुनिक अध्यापन सुविधाओं वाला भवन जल्दी बन करके तैयार हो जाएगा जिसमें एक साथ में हजारों विद्यार्थी अध्ययन अध्यापन करके जीवन पथ पर आगे बढ़ पाएंगे।
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मंगलाराम बिश्नोई ने समाज की जरूरतमंद एवं होनहार प्रतिभाओं के रोजगारोन्मुखी उच्च शिक्षा के लिए पिछले सात वर्षों से प्रयासरत समराथल फाउंडेशन सोसाइटी के बैनर तले पहली बार आयोजित प्रदेश स्तरीय शिक्षक संगोष्ठी के आयोजन कर्ताओं को धन्यवाद और आभार प्रकट करते हुए कहा कि ऐसा काम करने वाले समाज के जिम्मेवार व्यक्ति ही अगर बढ़-चढ़कर के भाग लेंगे तो समाज के विकास के स्वर्ण पथ को छुने से कोई नहीं रोक सकता ।
कार्यक्रम में समाज के युवाओं को अभिप्रेरित करने के लिए समराथल फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष जयप्रकाश खिलेरी ने फाउंडेशन के भावी मिशन को समाज की जरूरतमंद एवं होनहार प्रतिभाओं के लिए एक शैक्षिक आंदोलन के रूप में परिणत करने का समाज से आह्वान किया।
इस दौरान बिश्नोई समाज के बाड़मेर जिले के जिला उपाध्यक्ष ठेकेदार भजनलाल जांगू, असिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश कुमार खिलेरी, व्याख्याता प्रेमाराम बोला, जेताराम भादू, किशनलाल खीचड़, जगदीश खीचड़, राजीव कुमार तेतरवाल, ओमप्रकाश ढाका, ओमप्रकाश गोदारा, ओमप्रकाश जाणी, फाउंडेशन के बाड़मेर जिले के प्रभारी प्रकाशचंद्र खिलेरी, स्टेट अवॉर्डी मोहनलाल खिलेरी, ग्रामोत्थान महाविद्यालय के निदेशक बीरबल सियाक, स्टेट अवॉर्डी जगदीश प्रसाद विश्नोई, जगदीश मांजू, अशोक कुमार मांजू, रामकिशन जांगू, राजेश कुमार खिलेरी, चैनाराम गोदारा, उदाराम भादू, बाबूलाल तेतरवाल, मोहनलाल खीचड़, ओमप्रकाश बोला, वरिष्ठ अध्यापक पूनमचंद सियाक सहित सैकड़ो शिक्षकों ने भाग लिया।