जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं पर हुई विस्तार से समीक्षा
भरतपुर, 30 नवंबर। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिले में चिकित्सा संबंधी विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए आमजन को बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर डॉ. यादव ने चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार कर जिले को अग्रणीय जिलों में लाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने एएनएम व आशाओं के माध्यम से आयुष्मान कार्ड के पात्र लाभार्थियों की शत प्रतिशत ई केवाईसी करवाने, आयुष्मान कार्ड वितरण करने, मौसमी बीमारियों पर अभी से विशेष ध्यान देने, एएनसी करने, चिकित्सा संस्थान पर उपस्थित रहने और टीकाकरण कवरेज पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने एएनसी पंजीकरण , 12 सप्ताह एएनसी, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव में कम प्रगति वाले चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियो को अविलंब सूचकांको में सुधार के लिए आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं एएनएम का सहयोग लेकर कार्य योजना अनुसार कार्य करने, मिसिंग डिलीवरी व घरेलू प्रसव पर विशेष निगरानी रखने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को जिले में स्वास्थ्य विभाग की समस्त योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन करने तथा महत्वपूर्ण योजनाओं मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम व जननी सुरक्षा योजना और लाडो प्रोत्साहन योजना का बेहतरीन ढंग से संचालन कर इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने हाई रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर गंभीरता पूर्वक बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत सभी गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को समयानुसार सभी टीके पूर्ण करने साथ ही छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने आरबीएसके टीमों को दिसम्बर माह में सभी स्कूलों में जाकर स्क्रीनिंग कार्य पूर्ण करने, एनीमिया की रोकथाम के लिए पीसीटीएस सॉफ्टवेयर में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं की समय पर प्रसव पूर्व जाचे करवा कर उपचार से लाभान्वित करने के लिए कहा।
उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को प्रभावी मॉनिटरिंग करने, डाटा एंट्री ऑपरेटरो से सही डेटा रिपोर्टिंग करवाने, परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत दो बच्चों पर नसबंदी करवाने के लिए योग्य दंपतियों को प्रेरित करने, परिवार कल्याण शिविरों में सभी व्यवस्थाएं करने तथा मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना अंतर्गत जिले की रैंकिंग में सुधार लाने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
ब्लॉक पर हो आदर्श चिकित्सा संस्थान
जिला कलक्टर ने प्रत्येक खण्ड में एक आदर्श चिकित्सा संस्थान स्थापित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक खंड में एक ऐसा चिकित्सा संस्थान हो जिस पर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हो। ऐसे संस्थान को डिलीवरी प्वाइंट के रूप में चिन्हित किया जाए, साथ ही सभी प्रकार की जांचे, दवाइयां उपलब्ध हो, सभी उपकरण क्रियाशील हों, सभी पद भरे हुए हों और जिस पर 24 घंटे सुविधाएं मुहैया हो।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गौरव कपूर ने माह अक्टूबर 2024 तक विभागीय कार्यक्रमो और योजनाओं अंतर्गत निर्धारित स्वास्थ्य सूचकांकों की प्रगति रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई । डीटीओ डॉ अविरल कुमार ने क्षय नियंत्रण कार्यक्रम एवं अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. बी एल मीना ने परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति रिपोर्ट के संबंध में अवगत कराया।
मौसमी बीमारियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश
जिला कलक्टर ने सभी को निर्देशित किया कि एन्टीलार्वा गतिविधियां एवं सर्वे को बढ़ाया जाए, गांवो में पोखर या पानी भरे हुए गड्ढों को नगर निगम या नगर पालिका से समन्वय करते हुए मिट्टी से भरा जावे एवं उनकी सफाई करवाई जावे। मलेरिया स्लाइड कलेक्शन बढ़ाया जाए। चिकित्सा संस्थानों के सभी जंगलों में जाली लगी हो एवं मच्छररोधी किट को चालू रखा जावे।
पल्स पोलियो अभियान 8 दिसंबर से
बैठक में पल्स पोलियो अभियान की जानकारी देते हुए बताया गया कि 8 दिसंबर 2024 को जिले में जन्म से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जायेगी। 8 दिसंबर को बूथ लेवल पर आंगनवाडी केन्द्रो, सब सेंटर, ट्रांसिट एरिया, व अन्य स्थानों पर केन्द्र बनाकर पोलियो की खुराक पिलाई जायेगी। 9 व 10 दिसंबर को छूटे हुए बच्चों को घर घर जाकर कवर किया जायेगा। आरसीएचओ डॉ. अमर सिंह ने बताया कि अभियान के अंतर्गत नवजात शिशु से लेकर पांच वर्ष तक की आयु के करीब 2 लाख 4 हजार 226 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जायेगी। उन्होंने बताया कि जिले में पोलियो की खुराक पिलाने के लिए 1390 पोलियों बूथ बनाये गए है। इस अभियान में पोलियो टीकाकरण के लिए 1263 टीम, 33 ट्रांजिट टीम, 13 मोबाइल टीम, 100 जोनल तथा 228 सुपरवाईजर बनाये गए थे।
- कोशलेन्द्र दत्तात्रेय