राज्य सरकार नीति आधारित, जनहितकारी और परिणामदायी शासन की दिशा में कार्य कर रही है- भजनलाल शर्मा
आपणों अग्रणी राजस्थान के विजन के अनुरूप विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का किया शुभारम्भ

भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) राजस्थान दिवस साप्ताहिक समारोह के अंतर्गत शुक्रवार को भीलवाड़ा जिले के चित्रकूट धाम में राज्य स्तरीय विकास एवं सुशासन उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विभिन्न जिलों के लाभार्थियों से वर्चुअल माध्यम से जुडकर संवाद भी किया। जिला स्तरीय कार्यक्रम बीडीए ऑडिटोरियम में आयोजित किया हुआ। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने प्रदेशभर में 10 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण करते हुए राज्य के समग्र विकास का नया खाका पेश किया।
मुख्यमंत्री शर्मा ने मंच से संबोधित करते हुए कहा, सुशासन देना हमारी पूंजी है। हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे शासन के वादे को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पारदर्शी, जवाबदेह और जनकल्याणकारी प्रशासन राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उन्होंनें कहा कि अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना राज्य सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। हमारी सरकार नीति आधारित, जनहितकारी और परिणामदायी शासन की दिशा में कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने भीलवाड़ा को वस्त्र नगरी के रूप में पहचान दिलाने में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि इस पहचान को सहेजते हुए सरकार सभी संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के एकीकरण में सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उनकी दूरदर्शिता के कारण ही आज हम एक संगठित और मजबूत राजस्थान देख पा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब राजस्थान दिवस हर वर्ष चैत्र शुक्लपक्ष प्रतिपदा के दिन मनाया जाएगा। इसी क्रम में इस बार सप्ताह भर चलने वाले उत्सव की शुरुआत की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य जनता को सरकार की योजनाओं और सुशासन के कार्यों से अवगत कराना है। हमारी सरकार ने आते ही सुशासन की नींव पर विकास की इमारत खड़ी करने का कार्य प्रारंभ किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2027 तक प्रदेश के किसानों, उपभोक्ताओं और उद्योगों को समुचित बिजली उपलब्ध कराने की योजनाएं भी लागू की जा रही हैं। हमारी सरकार ने आते ही 17 जिलों के लिए ईआरसीपी योजना को क्रियान्वित किया, जो अब इन जिलों के लिए वरदान सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। सरकार के पहले ही वर्ष में हमने 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए हैं, जिनमें से 3 लाख करोड़ रुपये के निवेश धरातल पर दिखने लगेंगे।
समारोह में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए उनके लिए राजस्थान पत्रकार स्वास्थ्य योजना का भी शुभारंभ किया । उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज के प्रहरी हैं, उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों को देखते हुए राज्य सरकार उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि दीनदयाल शहरी विकास योजना को राज्यभर में लागू कर दिया गया है। इसके तहत प्रत्येक उपखंड अधिकारी अब गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उनका त्वरित समाधान करेंगे। इसके साथ ही राज्य के 5000 गांवों को बीपीएल मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके लिए बीपीएल मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके लिए बजट में स्पष्ट घोषणा की गई है।
राज्य में पंच गौरव योजना के तहत विभिन्न जिलों में विकास कार्यों की शुरुआत हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने भीलवाड़ा में समारोह के दौरान नवीन विकास योजनाओं की घोषणाएं भी कीं, जिनमें सड़क निर्माण, पेयजल योजनाएं, कृषि सुधार और औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने की योजनाएं शामिल थीं।
मुख्यमंत्री ने 10 हजार करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। कार्यक्रम में डेलीगेशन आदेश, फायर एनओसी प्रक्रिया के सरलीकरण, नए जिलों में डीएमएफटी गठन, हरित अरावली विकास परियोजना और अन्नपूर्णा भंडार योजना के दिशा-निर्देश भी जारी किए गये। इसके अलावा, प्रत्येक जिले की पंच गौरव बुकलेट का भी विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कार्यक्रम में सब रजिस्ट्रार कार्यालय का समय सप्ताह में दो दिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक करने की घोषणा भी की। इसके अलावा, चिकित्सा क्षेत्र में एक नई ऐप लॉन्च व पत्रकारों के लिए आरजेएचएस योजना को लांच किया गया। समारोह में ई-गवर्नेस अवार्ड भी प्रदान किए। इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव, आयुक्त बीडीए प्रतीक जुईकर, अतिरक्ति कलक्टर शहर राहुल सैनी, आयुक्त नगर निगम श्रवण कुमार विश्नोई, जिला रसद अधिकारी पवन अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।






