गर्भवती महिलाओं को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण एएनसी सेवाऐं एएनसी सेवाओं का सुदृढीकरण हेतु 317 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण
भरतपुर, 3 फरवरी। उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की शीघ्र पहचान व प्रबंधन कर मातृ एवं शिशु दर में कमी लाने के उद्देश्य से डवलपमेंट पार्टनर जपाइगो द्वारा जिला स्तर पर एएनएम एवं सीएचओ के 10 बैचों का प्रशिक्षण सम्पन्न किया गया। जिसमें 317 स्वास्थ्यकर्मियों को गर्भवती महिलाओं को गुणवत्ता पूर्ण एएनसी सेवाऐं देने हेतु प्रशिक्षण दिया गया है। इससे आरसीएच कार्यक्रम के अन्तर्गत गुणवत्तापूर्ण मातृ स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धियों में अपेक्षित सुधार परिलक्षित होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गौरव कपूर ने बताया कि बॉर्न हैल्थी कार्यक्रम के तहत जिले में स्वास्थ्य केन्द्रों पर एएनसी सेवाओं का सुदृढीकरण, विशेषकर गर्भावस्था के दौरान होने वाले संक्रमणों की शीघ्र पहचान व ईलाज के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। मास्टर प्रशिक्षक के रूप में नर्सिंग ऑफिसर दीपेंद्र कुमार, लोकेंद्र सिंह, प्रोग्राम ऑफिसर जपाईगो जयपाल तिवारी, सीनियर प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर जपाईगो अजय प्रकाश ने प्रेजेंटेशन, मॉड्यूल एवं कार्य कौशल के माध्यम से प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में सभी खंडो एवं शहरी एएनएम, सीएचओ ने भाग लिया।
आरसीएचओ डॉ. अमर सिंह ने बताया की ट्रेनिंग का उद्देश्य है कि जिले की गर्भवती महिलाओं को समय पर उचित और सम्पूर्ण जांच और दवाइयां समय पर मिल सकें। उन्होंने बताया कि जिले में 10 बैचो में 317 स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया जिसमें 278 एएनएम एवं 37 सीएचओ को प्रशिक्षण में शामिल रहे।
इस प्रकार होगा संचालित-
प्रशिक्षक जयपाल ने बताया कि सर्वप्रथम एएनसी सेवाऐं प्रदान करने वाले स्वस्थ्य कार्यकर्ताओं यथा एएनएम, एलएचवी, सीएचओ, मेडिकल आफिसर की कार्यदक्षता में वृद्धि हेतु प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। चयनित चिकित्सा संस्थाओं पर प्रसवपूर्व सामूहिक देखभाल के तहत गर्भवती महिलाओं को सामूहिक तौर पर स्वास्थ्य संबंधी परामर्श सेवायें एवं आपसी विचार-विमर्श से जानकारी साझा की जायेगी। उन्होंने बताया कि सामूहिक देखभाल के दौरान प्रसवकाल में पोषण का विशेष ध्यान रखने पर चर्चा की जाएगी तथा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पोषक खाद्य सामग्री का उपयोग करने की जानकारी भी दी जाएगी। एमसीएचएन दिवस पर गुणवत्तापूर्ण एएनसी सेवायें प्रदान किये जाने हेतु आवश्यक संसाधनों जैसे एचआईवी सिफलिस ड्यूल किट, एएसबी की जांच हेतु मल्टीयूरिस्टीक, गर्भकालीन मधुमेह की जांच हेतु ओजीटीटी इत्यादि की आवश्यकतानुसार उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी व सही प्रकार से उपयोग में लेकर रिकॉर्ड संधारित करने तथा जांचों के आधार पर परिलक्षित हुई जटिलताओं के प्रबंधन हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
अजय प्रकाश सीनियर प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर जपाईगो ने बताया कि कार्यक्रम के अन्तर्गत चयनित स्वास्थ्य केन्द्रों पर एएनसी सेवाओं की सूचना, रियल टाईम पीसीटीएस ऐप पर दर्ज किए जाने हेतु प्रत्येक स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सुपरवाईजरी स्टाफ एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। दीपेंद्र कुमार नर्सिंग ऑफिसर ने बताया कि जिलों में कार्यक्रम के सफल संचालन की कार्ययोजना के तहत सेवाओं की प्रगति एवं स्वास्थ्य सूचकों का स्तर आंकने के उद्देश्य से इन जिलों में संस्था के सहयोग से बेसलाईन, मिडलाईन एव एण्डलाईन असिसमेंट किया जाएगा तथा समय समय पर राज्य स्तर से सतत निगरानी के लिए मॉनिटरिंग टूल विकसित कर सशक्त मॉनिटरिंग की जाएगी।
- कोशलेन्द्र दत्तात्रेय