करौली में दो दिवसीय उद्यानिकी सेमिनार का शुभारंभ

हिंडौन (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) कार्यालय उप निदेशक उद्यान करौली द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र हिंडौन पर आज़ दो दिवसीय उद्यानिकी सेमीनार का मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए योगेश कुमार शर्मा,संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर खंड ने किसानों को कहा कि हमें बदलते परिवेश में फसल विविधीकरण को अपनाना चाहिए। आर्थिक विकास के लिए हमें समय के साथ बदलाव करने ही होंगे। धीरे धीरे हमें परंपरागत फसलों को छोड़कर नकदी और उद्यानिकी फसलों, विशेष रूप से फल बगीचों की स्थापना तथा सब्जियों की खेती भी करनी चाहिए। शर्मा ने बताया कि आने वाला समय हाईटेक उद्यानिकी का है और संरक्षित खेती के माध्यम से हमें ग्रीन हाउस लगाकर आर्थिक लाभ प्राप्ति की दिशा में प्रयास करना चाहिए।
उदयभान सिंह अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय भुसावर ने करौली जिले में उद्यानिकी फसलों की संभावनाओं पर जानकारी देते हुए , आंवला, अमरूद, नींबू, तथा पपीता की खेती की उच्च तकनीकी जानकारी दी। सिंह ने टमाटर, मिर्च, फूलगोभी, बेंगन तथा गोभी की खेती के लिए स्वस्थ पौधे तैयार करने के लिए नर्सरी तैयार करने की जानकारी दी। सिंह ने बताया कि स्वस्थ सब्जियों की खेती करने के लिए नर्सरी में कीट व्याधि रहित पौध तैयार करनी चाहिए ताकि आगे भी फ़सल स्वस्थ रहे। बलवीर सिंह सेवानिवृत्त उप निदेशक ने उद्यानिकी फसलों में कीट व्याधि की विस्तार से जानकारी देते हुए इनके प्रबंधन के बारे में भी बताया। बलवीर सिंह ने बताया कि जब तक आवश्यकता नहीं हो तब तक कीटनाशक तथा फफूंद नाशक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। आवश्यकता होने पर कीटनाशक तथा फफूंद नाशक की उचित मात्रा का उचित समय पर प्रयोग करना चाहिए।नबाव सिंह प्रभारी कृषि विज्ञान केन्द्र ने उद्यानिकी में जैविक खेती की संभावनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में मानव जीवन में बहुत सी बीमारियां देखने को मिल रही हैं। इनसे बचाव के लिए जैविक खेती ही एकमात्र विकल्प है और हमें इसे अपनाना चाहिए।
सेमीनार की शुरुआत में उप निदेशक उद्यान करौली चेतराम मीणा द्वारा सभी आगंतुक अतिथियों तथा किसान भाइयों का स्वागत करते हुए नेशनल हार्टीकल्चर मिशन के तहत आयोजित दो दिवसीय सेमीनार के उद्देश्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उद्यानिकी विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी किसान भाईयों को दी। इस अवसर पर बच्चू सिंह प्रभारी केवीके, पीडी आत्मा धर्म सिंह मीणा, हरभजन सिंह कृषि अधिकारी तथा बाबूलाल शर्मा सहायक कृषि अधिकारी तथा कृषि विज्ञान केन्द्र तथा उद्यान विभाग के अन्य सभी वैज्ञानिक तथा अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे






