श्रीमद्भागवत कथा प्रवचन: कामनाओं को सीमित कर प्रभु भक्ति की जाए तो परम आनंद की प्राप्ति: आचार्य अवधेश

सोडावास. (मयंक जोशीला) मुंडावर उपखंड के जाट बहरोड शिव मंदिर श्री नवनाथ कुड़ी धाम पर फूलनाथ महाराज की प्रेरणा के तत्वावधान में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में गुरुवार को व्यास आचार्य अवधेश महाराज प्रयागराज भागवत कथा प्रवचन में कहां की देवताओं की रक्षा करने के लिए ही वामन भगवान ने अवतार लिया। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़ते हैं तो भगवान स्वयं अवतार लेते हैं। श्री कृष्ण ने जन्म लेकर कंस के अत्याचारों से बृजवासियों को मुक्ति दिलाई। उन्होंने कहा धन्य है वह ब्रजनगरी जहां बालकृष्ण ने अपनी बाल लीलाएं की। कथा वर्णन ने श्रुताओं को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर संत फूलनाथ महाराज ने कहा कि जीवन में कामनाओं को सीमित रखना चाहिए अधिक कामनाएं होने पर उनकी पूर्ति के अभाव में क्रोध उत्पन्न होता है। क्रोध आने पर विवेक खो जाता है। विवेक खोने पर बुद्धि में भ्रम पैदा होने लगता है, क्रोध एक विजातीय वृति है जो क्रोध करने वाले के जीवन को बिगाड़ देती है। श्रीमद् भागवत कथा का समय प्रातः 11बजे से दोपहर 2 बजे तक रखा गया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच सुंदर पाल यादव, एनपीएस किरण बाला, सुनील नाथ, जाट बहरोड सरपंच सुरेंद्र चौधरी, जालावास सरपंच अजीत यादव,आनंद यादव, मोनू फोलादपुरिया, सुरेंद्र जोशी, सुनील यादव, प्रदीप, भूपेंद्र जाट, मांगे राम लंबरदार, सतबीर चौधरी, वेदराम चौधरी,बबलू चौधरी, देशराज ठाकरान माडू राम यादव, परमजीत चौधरी सहित श्रद्धालु उपस्थित रहे।






